कंचनजंगा एक्सप्रेस ट्रेन हादसा : 15 की मौत, घायलों की संख्या लगभग 60

रेलवे अधिकारियों ने बताया बढ़ सकती हैं मृतकों की संख्या

दार्जिलिंग । पश्चिम बंगाल के दार्जिलिंग जिले में मालगाड़ी ने कंचनजंगा एक्सप्रेस ट्रेन को टक्कर मार दी। हादसे में अब तक 15 लोगों की मौत हुई है। वहीं घायलों की संख्या लगभग 60 है। यह हादसा जलपाईगुड़ी के पास हुआ है। जानकारी के अनुसार हादसे का शिकार हुई कंचनजंगा एक्सप्रेस सियालदाह जा रही थी।


अधिकारियों ने बताया कि मृतकों की संख्या बढ़ सकती है, क्योंकि उन यात्रियों को बचाने के लिए युद्धस्तर पर काम हो रहा हैं, जो अभी भी अंदर फंसे हो सकते हैं। रेलवे के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि मृतकों में मालगाड़ी का पायलट और सह-पायलट शामिल हैं।

केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने ट्रेन हादसे में मृतकों के परिजनों को 10-10 लाख रुपये की आर्थिक सहायता देने का ऐलान किया है। उन्होंने लिखा, पीड़ितों को बढ़ी हुई अनुग्रह राशि प्रदान की जाएगी, मृत्यु की स्थिति में 10 लाख रुपये और गंभीर रूप से चोटिल को 2.5 लाख रुपये और मामूली रूप से घायलों को 50,000 हजार रुपये की आर्थिक सहायता दी जाएगी। इसके पहले अश्विनी वैष्णव ने हादसे पर दुख जताकर लिखा कि रेलवे के एनएफआर जोन में दुर्भाग्यपूर्ण हादसा हुआ है। बचाव कार्य युद्धस्तर पर जारी है। रेलवे, एनडीआरएफ और एसडीआरएफ पूरे तालमेल के साथ काम कर रहे हैं। घायलों को अस्पताल पहुंचाया जा रहा है।

जिंदगी बचने की कोशिशें में जुटी एजेंसियां
दार्जिलिंग जिले के रुइधासा में कंचनजंगा एक्सप्रेस ट्रेन दुर्घटना स्थल पर एनडीआरएफ और पुलिस की टीमें मौजूद हैं। अब तक जानकारी के अनुसार दुर्घटना में 15 यात्रियों की मौत हो गई है।


राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने जताया दुख
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने भी हादसे पर अपना दुख जाहिर कर पोस्ट में लिखा है दार्जिलिंग में ट्रेन दुर्घटना के कारण लोगों की मौत की खबर बेहद दुखद है। मेरी संवेदनाएं और प्रार्थनाएं शोक संतप्त परिवारों के साथ हैं। मैं घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने और राहत एवं बचाव कार्यों की सफलता की प्रार्थना करती हूं।


उपराष्ट्रपति धनखड़ ने घायलों के लिए प्रार्थना की
उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने भी कंचनजंगा एक्सप्रेस हादसे पर दुख जताया है। उन्होंने कहा कि दार्जिलिंग में हुए रेल हादसे में लोगों की मौत वाकई दुखद है। मैं शोक संतप्त परिवारों के प्रति अपनी गहरी संवेदना व्यक्त करता हूं और घायलों के जल्द स्वस्थ होने की प्रार्थना करता हूं।


रेल दुर्घटना दुखद: पीएम मोदी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लिखा रेल दुर्घटना दुखद है। जिन लोगों ने अपने प्रियजनों को खो दिया है, उनके प्रति मेरी संवेदना है। मैं प्रार्थना करता हूं कि घायल जल्द से जल्द ठीक हो जाएं। अधिकारियों से बातकर स्थिति का जायजा लिया। प्रभावितों की सहायता के लिए बचाव अभियान जारी है। रेल मंत्री वैष्णव जी भी दुर्घटना स्थल के लिए रवाना हो चुके हैं। प्रधानमंत्री मोदी ने घोषणा की है कि पश्चिम बंगाल में रेल दुर्घटना में मारे गए प्रत्येक व्यक्ति के परिजनों को पीएमएनआरएफ से 2 लाख रुपये की आर्थिक मदद की जाएगी। साथ ही घायलों को 50,000 रुपये दिए जाएंगे।


केंद्रीय मंत्री शाह ने जताया दुख
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने लिखा, न्यू जलपाईगुड़ी में हुआ रेल हादसा बहुत दुखद है। दुर्भाग्यपूर्ण हादसे में जिन लोगों ने अपने परिजनों को खोया है, उनके प्रति संवेदनाएं व्यक्त करता हूं और घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करता हूं।


सीएम ममता बनर्जी ने जताया दुख
पश्चिम बंगाल के मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने हादसे पर दुख जताकर पोस्ट किया है। उन्होंने लिखा, दार्जिलिंग जिले के फांसीदेवा इलाके में एक दुखद रेल दुर्घटना के बारे में जानकर स्तब्ध हूं।


कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने जताया दुख
कांग्रेस नेता और पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने कंचनजंगा एक्सप्रेस हादसे पर दुख जताया। उन्होंने लिखा, पश्चिम बंगाल में कंचनजंगा एक्सप्रेस के दुर्घटनाग्रस्त होने से कई लोगों की मौत की खबर बेहद दुखद है। मैं सभी शोक संतप्त परिवारों के प्रति अपनी गहरी संवेदना व्यक्त करता हूं और घायलों के जल्द स्वस्थ होने की कामना करता हूं।

कांग्रेस अध्यक्ष खड़गे ने मोदी सरकार पर बोला हमला
वहीं कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खडगे ने कहा कि ‘पिछले 10 सालों में मोदी सरकार ने रेल मंत्रालय का घोर कुप्रबंधन किया है। एक जिम्मेदार विपक्ष के रूप में, यह रेखांकित करना हमारा परम कर्तव्य है कि मोदी सरकार ने किस तरह से रेल मंत्रालय को व्यवस्थित रूप से ‘कैमरा-संचालित’ आत्म-प्रचार के मंच में बदल दिया है।


आरजेडी नेता ने की इस्तीफे की मांग
कंचनजंगा एक्सप्रेस ट्रेन हादसे पर आरजेडी नेता भाई वीरेंद्र ने कहा कि, जिस देश की रेलवे का निजीकरण हो गया है, उस देश में हादसे होने ही हैं। पहले कांग्रेस और यूपीए सरकार के समय जब हादसे होते थे,तब मंत्री इस्तीफा दे देते थे। अब इतने बड़े हादसे होने पर कोई मंत्री इस्तीफा नहीं देता।

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