उत्तराखड में प्रत्याशियों की पहली सूची जारी होने के बाद बगावत तेज हो गई है। बागेश्वर सीट पर कांग्रेस के दावेदार सज्जन लाल टम्टा को टिकट नहीं मिलने से वह खासे नाराज हैं। उन्होंने कहा कि हरीश रावत का नौकर बनने वाले को ही टिकट मिलता है। यह बात स्पष्ट हो गई है। सोमवार को कांग्रेस के तमाम लोग सामूहिक इस्तीफा देंगे। बागेश्वर और कपकोट विधानसभा से चुनाव भी लड़ाएंगे।
रविवार को कांग्रेस से टिकट के दावेदार सज्जन लाल टम्टा ने खुलकर पत्रकारों के सामने आए। कहा कि जिन लोगों ने पार्टी के लिए समय दिया। अपना पैंसा बर्बाद किया। उन्हें टिकट से वंचित रखा गया है। वह पार्टी में रहकर अपना भविष्य खराब नहीं कर सकते हैं। कहा कि पार्टी के पास एक कार्यालय तक नहीं था। भैरव नाथ टम्टा ने 60 हजार रुपये देकर कार्यालय खुलवाया। इसके अलावा सभी ने 10 से 20 हजार रुपये की मदद भी की। हरीश रावत के यहां मुख्यमंत्री काल में उनके यहां नौकरी करने वाले को टिकट दे दिया गया है। कहा कि दास जिले में एक प्रतिशत भी नहीं हैं।
शिल्पकारों के मतों का दोहन नहीं होने दिया जाएगा। यह शिल्पकारों के साथ अन्याय है। सभी टिकट मांगने वाले प्रत्याशियों का पैंसा वापस किया जाए। कहा कि आम आदमी पार्टी के बसंत कुमार का भी उन्हें फोन आया था। कहा कि नाराज प्रत्याशियों में एक को विधानसभा बागेश्वर और वह स्वयं कपकोट विधानसभा से चुनाव लड़ेंगे। ताकि कांग्रेस को पता चले कि जमीनी कार्यकर्ता की अवहेलना क्या होती है। सोमवार को कांग्रेस के तमाम कार्यकर्ता सामूहिक रूप से इस्तीफा भी देंगे। इधर, कांग्रेस के जिलाध्यक्ष लोकमणि पाठक ने कहा कि सभी को मना लिया जाएगा। टिकट सभी को नहीं मिल सकता है। सभी का सहयोग लिया जाएगा।