
कानपुर । उत्तर प्रदेश के कानपुर स्थित जाजमऊ थाना क्षेत्र अंतर्गत महज 13 और आठ साल के दो किशोरों ने पांच रुपये का लालच देकर छह साल की एक मासूम बच्ची को अपनी हवस का शिकार बना लिया। काफी जद्दोजहद के बाद बच्ची दरिंदो के चंगुल से छूटकर रोते-बिलखते अपने घर पहुंची। सूचना पर पहुंची पुलिस मासूम का मेडिकल कराते हुए दोनों लड़कों को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है।
समाज मे फैली विकृत मानसिकता ने छोटे-छोटे बच्चों को भी अपनी गिरफ्त में लेना शुरू कर दिया है, जिसके चलते नाबालिक बच्चे भी ऐसे कृत्य करने लगे है कि जिसके बारे में कल्पना भी नही की जा सकती है। घटना थाना जाजमऊ क्षेत्र के छबीलेपुरवा की है। यहां रहने वाले 13 वर्षीय और आठ वर्षीय दो किशोरों की नीयत पड़ोस में रहने वाली छह साल की मासूम बच्ची पर बिगड़ गई। उन्होंने बच्ची को अकेला पाकर उसे पांच रुपये का लालच दिया और बहला-फुसलाकर अपने साथ पास के ही एक सूने और बंद पड़े मकान में ले गए।उस सुनसान घर में दोनों ने मिलकर बच्ची के साथ हैवानियत की हदें पार कर दीं। जब दर्द से कराहती बच्ची ने चिल्लाने की कोशिश की, तो आरोपियों ने उसका मुंह दबा दिया। ताकि उसकी आवाज बाहर न जा सके और कोई उनकी करतूत जान न पाए।
किसी तरह दरिंदों के चंगुल से छूटकर मासूम बच्ची रोते-बिलखते अपने घर पहुंची। उसकी हालत देखकर माँ घबरा गई। जब माँ ने उससे प्यार से पूछा तो बच्ची ने अपने साथ हुई दरिंदगी की पूरी कहानी बताई, जिसे सुनकर परिजनों के पैरों तले जमीन खिसक गई। घर में कोहराम मच गया और उन्होंने बिना देर किए तुरंत पुलिस को घटना की सूचना दी।
मासूम बच्ची के साथ दुष्कर्म की सूचना मिलते ही पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया। मामले की गंभीरता को देखते हुए, पुलिस फौरन मौके पर पहुंची। पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए दोनों आरोपी नाबालिग किशोरों को हिरासत में ले लिया और उनसे पूछताछ शुरू कर दी है।
घटना की सूचना पर एसीपी कैंट आकांक्षा पाण्डेय भी मौके पर पहुंचीं और स्थिति का जायजा लिया। उन्होंने पीड़ित बच्ची के परिजनों से बात की। एसीपी के निर्देश पर बुधवार की देर रात पीड़ित बच्ची का मेडिकल परीक्षण कराया गया।
एसीपी कैंट आकांक्षा पाण्डेय ने बताया कि 13 वर्षीय किशोर द्वारा छह वर्षीय किशोरी से रेप करने की बात सामने आई है। इस घिनौने कृत्य में उसका आठ वर्षीय दोस्त भी सहयोगी था। दोनों नाबालिगों को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है। बच्ची का मेडिकल परीक्षण कराया जा रहा है और रिपोर्ट के आधार पर कानून के अनुसार सख्त कार्रवाई की जाएगी।