
- 80 टन ऑक्सीजन पहुँची शहर आस पास के जिलों को भी मिलेगी राहत
- कैबिनेट मंत्री सतीश महाना वेलकम करने पहुँचे डिपो
सचिन तिवारी
कोरोना कर्फ्यू के बाद अब शहर में संक्रमित मरीजों की संख्या में कमी आयी है । रविवार की सुबह दुर्गापुर से 80 टन ऑक्सीजन के चार टैंकर लेकर ट्रेन शहर पहुँची । एक टैंकर में करीब 20 टन ऑक्सीजन है । 80 टन में से करीब 55 टन ऑक्सीजन कानपुर को और बाकी ऑक्सीजन आसपास के जिलों में जाएगी।
ट्रेन रविवार सुबह 10.20 बजे जूही कंटेनर डिपो पहुंची। यहां ऑक्सीजन को टैंकरों में भरने का काम शुरू हुआ। ट्रेन को वापस दुर्गापुर रवाना कर दिया ताकि सोमवार को ट्रेन फिर ऑक्सीजन लेकर कानपुर के लिए रवाना हो सके।
औद्योगिक विकास मंत्री ने बताया कि इस 80 टन में 55 टन ऑक्सीजन कानपुर के लिए है। बाकी 10 टन सैफई, पांच टन सुल्तानपुर, पांच टन अमेठी, पांच टन रायबरेली के लिए है। कानपुर की 55 टन में सात टन ऑक्सीजन मेडिकल कालेज को दी जाएगी। बाकी 48 टन ऑक्सीजन अन्य अस्पताल व संस्थाओं के लिए रहेगी। उन्होंने बताया कि इंडेन का कंटेनर 120 टन क्षमता का है। उनके पास 20 टन ऑक्सीजन पहले से है। यह 80 टन आने के बाद उस कंटेनर में 100 टन ऑक्सीजन हो जाएगी। रात में दूसरी जगहों से भी ऑक्सीजन आ चुकी है। इसलिए 48 घंटे का बैकअप हो गया है, दूसरी बार ट्रेन आने तक पर्याप्त ऑक्सीजन है। अगले दो दिन में उर्सला में 500 लीटर प्रति मिनट ऑक्सीजन बनाने वाले प्लांट का परीक्षण होगा। कांशीराम अस्पताल में भी दो सप्ताह में इतनी ही क्षमता का प्लांट लग जाएगा। मेडिकल कालेज में इस माह के अंत में प्लांट लगा दिया जाएगा।










