
गजरौला। कृषि विज्ञान केंद्र पर जिलास्तरीय मसाला उत्पादन तकनीक पर आधारित एक दिवसीय किसान गोष्ठी व प्रशिक्षण शिविर का आयोजन किया गया। विशेषज्ञों ने किसानों को मसालों की खेती कर आमदनी बढ़ाने का सुझाव दिया।
उद्यान विज्ञान विभाग, सरदार वल्लभभाई पटेल कृषि एवं प्रौद्योगिक विश्वविद्यालय मेरठ व सुपारी एवं मसाला विकास निदेशालय कालीकट केरल के वित्तीय का सहयोग आयोजन को मिला। मुख्य अतिथि विभागाध्यक्ष उद्यान डा.सुनील मलिक प्रोफेसर, सह प्राध्यापक उद्यान सरदार वल्लभभाई पटेल मेरठ डा.मनोज कुमार सिंह ने मसालों की विभिन्न फसलों जैसे हल्दी, धनिया, मिर्च अदरक, सौफ, लहसुन आदि फसलों के बेहतर उत्पादन की जानकारी दी।
किसानों से मसालों की खेती का क्षेत्रफल बढ़ाने का आह्वान किया। कृषि विज्ञान केंद्र के प्रभारी अधिकारी डा.एके मिश्र ने जैविक विधि से खेती करने पर जोर दिया। कहा कि गुणवत्ता युक्त उत्पादन के लिए खेत में जीवांश की मात्रा अधिक होना चाहिए, तभी हम जैविक खेती कर सकते हैं। उद्यान विज्ञान विशेषज्ञ डा.शीशपाल सिंह ने कहा कि उनको उगाकर किसान अपनी आय को बढ़ा सकते हैं। हल्दी को पाउडर बनाकर बाजार में बेचे तो अधिक लाभ होगा। केंद्र के वैज्ञानिक डा.आरपी सिंह ने भी अपने विचार रखे। इस दौरान गुरुवचन सिंह, हरपाल सिंह, अशोक कुमार, प्रदीप, हितेश चौधरी आदि मौजूद रहे।