अब इसे किसान आंदोलन कहें या किसानों का मेला. आंदोलन के नाम पर किसानों की रैली नहीं पूरा का पूरा रैला आया है. और अपने साथ सारी सुविधाओं को भी ट्रैक्टर पर लाद कर ले आये. ऐसा लग रहा है कि दिल्ली बॉर्डर पर मिनी पंजाब बस गया हो. किसानों का बहलाकर डराकर पंजाब से दिल्ली बॉर्डर तक ले आया गय. इस आंदोलन में क्रान्ति की आग तो है ही. ये आग जिन नेताओ और बिचौलियों ने लगाईं है. उसे आगे जवाब तो जनता को देना होगा. पर उनकी सबसे बड़ी समस्या ये भी है कि किसानों को यहां पर रोका कैसे जाए. आखिर अपनी राजनीती की आड़ में पुरे दिन हाय हाय मोदी के नारे लगवाने होते हैं.
साथ में पोस्टर और बैनर लेकर अम्बानी और अडानी को गालियां भी देनी है. पुरे दिन हो हल्ला काटना हैं. केंद्र सरकार को गरियाना है. इन नेताओं को और कट्टरपंथियों को काले कानून की आजादी के साथ साथ शरजील इमाम को भी तो आज़ाद कराना है. भोले भाले किसानों को बहकाना है. आखिर लोकतंत्र का सवाल है. इतना तो बनता ही है. तभी तो पिज़्ज़ा, ऐसा वैसा नहीं इटैलियन पिज़्ज़ा और बिरयानी खाने को मिलेगी. तभी तो आलाकमान खुश होगा
आप समझ रहे हैं कि कैसे किसानों के नाम पर राजनीति का गंदा खेल खेला जा रहा है. इतनी नौटंकी तो आपको नौचंदी के मेले में भी देखने को न मिले. इस आंदोलन में आपकी मसाजर मिलेगा, रोटी सेंकने वाली मशीनें मिलेंगी, कपडे धोने के लिए वाशिंग मशीन मिलेगी, बोर हो चुके हो इन सबसे तो लाइब्रेरी भी है, ज्यादा खा लिया है तो जिम की भी सुविधा है. और अब तो बाकायदा एक माल भी खुल चुका है. जहां किसानों को फ्री में सब कुछ मिलेगा. यहां टूथब्रश, टूथपेस्ट, साबुन, तेल, शैंपू, वैसलीन, कंघे, मफ्लर, हीटिंग पैड्स, थर्मल सूट, शॉल और ब्लैंकेट सब मौजूद है
अब इतना सब कुछ मिल ही रहा है. तो कौन नहीं किसान बनना चाहेगा. हाल ही में एक वीडियो भी वायरल हुई थी. जिसमे एक किसान ये कह रहा था, की अगर मोदी सरकार कानून वापस भी ले ले तो वो भी यहाँ से हटने वाले नहीं है. और हटेंगे भी क्यों जब सारी मुलभुत सुविधाएं मिल रही है मुफ्त मुफ्त मुफ्त
इन सबके बीच एक तस्वीर और वायरल हो रही है. जिसे देखकर तो आप इस किसान के टैलेंट को सल्यूट करने लग जाएंगे. इस किसान ने जो कारनामा किया है उसे देखकर तो शायद इंजीनियर भी सोच में पड़ जाएँ, दरअसल एक किसान तमाम सुविधाओं को ट्रेक्टर ट्राली पर लादकर ले आया. सभी सुविधाओं से लैस ये ट्रैक्टर ट्राली किसी वैनिटी वैन से कम नहीं है. इस वैनिटी वैन में क्या क्या है उसे देखकर आप भी चौंक जाएंगे. पहले इस तस्वीर पर एक नज़र मार लें. साधारण से दिखने वाले इस ट्राली में बहुत कुछ छुपा है. ये किसी अलादीन के चिराग से कम नहीं.
इस ट्रैक्टर और ट्राली के मालिक हैं रविंद्र लाम्बा, जो की रतिया के किसान हैं. इनकी ट्राली अब चर्चा का विषय बन गई. इस खास ट्राली में रूम हीटर, फायर एक्सटिंग्विशर, शीशा, एग्जॉस्ट फैन और गद्दे जैसी सभी सुविधाएं मौजूद हैं. रविंद्र को मालुम है कि ये आंदोलन लंबा चलेगा इसलिए वो सब कुछ अपने साथ लेकर प्रदर्शन में शामिल हो गए
इस वैनिटी ट्राली में पानी की टंकी , पोर्टेबल टॉयलेट, गीजर और फर्स्ट एड बॉक्स की भी सुविधा है. ट्राली के ऊपर पानी की टंकी फिट की गई है. इसके साथ ही साइड में पोर्टेबल टॉयलेट का भी इंतजाम है. रतिया के किसान रविंद्र लाम्बा ने खास तौर पर किसान आंदोलन के लिए ये आलीशान ट्राली तैयार करवाई है. इस ट्राली में 55 इंच के टीवी से लेकर पंखे भी लगवाए गए हैं.
ट्राली के मालिक रविंद्र का कहना है कि वो 25 एकड़ में गेंहू और धान की खेती करते हैं और अपनी मेहनत की कमाई को शौक पर खर्च करते हैं. उन्होंने कहा कि जब तक सरकार किसानों की मांग पूरी नहीं करती, तब तक वो पीछे नहीं हटेंगे. रविंद्र ने अपने हिसाब से इस ट्राली को तैयार करवाया है. जो किसी फिल्मी सितारे के वैनिटी वैन से कम नहीं. इस आलिशान ट्रॉली के बारे में आपकी क्या राय है कमेंट बॉक्स में जरूर बताये.