केरल विधानसभा चुनाव को लेकर कांग्रेस आलाकमान की बैठक, खरगे बोले- अगली सरकार हम बनाएंगे

नई दिल्ली । कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी और संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल की मौजूदगी में पार्टी के शीर्ष नेताओं की आज यहां पार्टी मुख्यालय इंदिरा भवन में एक महत्वपूर्ण बैठक हुई। इसमें अगले साल होने वाले केरल विधानसभा चुनाव पर रणनीतिक चर्चा हुई। इस बैठक में केरल के प्रदेश कांग्रेस के प्रमुख नेता एवं पार्टी पदाधिकारी भी मौजूद रहे। बैठक में तय हुआ कि पार्टी केरल विधानसभा चुनाव में पूरी मुस्तैदी के साथ लड़ेगी और सरकार बनाएगी।

मल्लिकार्जुन खरगे ने बैठक की जानकारी साझा करते हुए बताया कि पार्टी के शीर्ष नेताओं के साथ मिलकर केरल से संबंधित मामलों पर चर्चा करने के लिए एक महत्वपूर्ण बैठक की अध्यक्षता की। बैठक में केरल कांग्रेस के वरिष्ठ नेता भी मौजूद थे। बैठक में हमने अपनी राजनीतिक रणनीति और राज्य के भविष्य पर विचार-विमर्श किया। उन्होंने कहा कि केरल में बदलाव अपरिहार्य है। कांग्रेस ने केरल के विकास प्रतिमान और कल्याण मॉडल का निर्माण किया है और हम अपने यूडीएफ को सत्ता में लाने के लिए हर संभव प्रयास करेंगे। अगले साल लोग राज्य में दमनकारी और सांप्रदायिक दोनों मोर्चों को हरा देंगे।

बैठक के समापन के बाद कांग्रेस नेता रमेश चेन्निथला ने कहा कि कांग्रेस हाईकमान की बैठक अभी समाप्त हुई है। कांग्रेस एक साथ लड़ेगी, कोई मतभेद नहीं है और सभी एकजुट हैं और हम केरल के लोगों के लिए चुनाव लड़ेंगे। केरल सरकार सभी मोर्चों पर पूरी तरह विफल रही है। इसलिए, हम एक साथ लड़ेंगे और 2026 में यूडीएफ सरकार बनाएंगे।

उल्लेखनीय है कि केरल में कांग्रेस 9 साल से सत्ता से बाहर है। राहुल गांधी द्वारा केरल का प्रतिनिधित्व करने के बाद भी कांग्रेस 2021 के विधानसभा चुनाव में वापसी नहीं कर पाई थी। फिलहाल, अब राहुल गांधी की जगह प्रियंका गांधी वायनाड से सांसद हैं। इस तरह केरल विधानसभा का चुनाव गांधी परिवार की प्रतिष्ठा से जुड़ा हुआ है। केरल में 2016 से लेफ्ट की अगुवाई वाले एनडीएफ का कब्जा है। पिनराई विजयन मुख्यमंत्री हैं और उन्होंने 2021 का चुनाव जीतकर इतिहास रच दिया था। केरल में कोई भी सत्ताधारी पार्टी रिपीट नहीं कर सकी थी लेकिन विजयन ने सत्ता परिवर्तन कर उस मिथक को तोड़ दिया था। हालांकि, कांग्रेस के गठबंधन वाले यूडीएफ ने 2024 के लोकसभा चुनावों में राज्य की 20 में से 18 सीटें जीतकर एकतरफा बढ़त हासिल की और कांग्रेस को 44 प्रतिशत वोट शेयर के साथ 14 सीटें मिलीं। इससे कांग्रेस उत्साहित है।

उल्लेखनीय है कि इस साल के अंत में बिहार तथा अगले साल केरल और असम में विधानसभा चुनाव होंगे। इसके मद्देनजर कांग्रेस ने तैयारी शुरू कर दी है और इसी क्रम में पार्टी नेतृत्व प्रदेश कांग्रेस के नेताओं के साथ बैठक कर रहे हैं। दरअसल, केरल में कांग्रेस पहले ही रमेश चेन्निथला और केसी वेणुगोपाल के वर्चस्व वाले गुटों में बंटी हुई है। इधर, शशि थरूर ने कुछ दिनों से जिस तरह के सियासी तेवर अपना रखे हैं, उससे पार्टी की टेंशन और बढ़ गई है। मौजूदा केरल कांग्रेस अध्यक्ष के. सुधाकरन और विधानसभा में विपक्ष के नेता वीडी सतीशन भी केसी वेणुगोपाल के करीबी माने जाते हैं। इसलिए पार्टी समय रहते इस गुटबाजी को भी खत्म करने का प्रयास कर रही है।

कांग्रेस के शीर्ष नेताओं ने एक दिन पहले ही असम के नेताओं के साथ भी बैठक की थी।

खबरें और भी हैं...

अपना शहर चुनें

महाकुम्भ में बना एक और महारिकॉर्ड योगी सरकार ने महाकुंभ के दौरान सबसे बड़े सफाई अभियान का गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाया। CM Yogi : ‘हैरिंग्टनगंज’ नहीं ‘विष्णु नगर’ नाम बोले इस प्यार को क्या नाम दूं… फारुक अब्दुल्ला ने किए माता वैष्णो देवी के दर्शन