
संतकबीरनगर। जिले में एक 12 वर्षीय बच्चे के अपहरण की कहानी झूठी निकली। बच्चे ने कोचिंग जाने से बचने के लिए यह मनगढ़ंत कहानी गढ़ी थी, जिससे परिवार और पुलिस दोनों परेशान हुए। जब पुलिस मामले के तह तक गई तो सारे सच्चाई छात्र ने कबूल कर दी।
मामला खलीलाबाद कोतवाली थाना क्षेत्र का है। पटखौली निवासी एक व्यक्ति ने शिकायत दर्ज कराई थी कि उनका 12 वर्षीय पोता शहर के एक प्रतिष्ठित स्कूल से दोपहर 1:30 बजे पैदल घर जा रहा था। रास्ते में एक अस्पताल के पास काले रंग की स्विफ्ट कार में सवार तीन लोगों ने उसका मुंह दबाकर उसे गाड़ी में बैठा लिया।
शिकायत के अनुसार, अपहरणकर्ता बच्चे को इंडस्ट्रियल एरिया के पास छोड़कर चले गए, जहां से बच्चा पैदल बाईपास चौराहे तक आया और पुलिस को सूचना दी। इस शिकायत के आधार पर पुलिस ने कानूनी कार्रवाई शुरू की। संतकबीरनगर के पुलिस अधीक्षक संदीप कुमार मीना ने स्वयं घटनास्थल का निरीक्षण किया और घटना का खुलासा करने के लिए एक टीम का गठन किया।
पुलिस टीम की जांच के दौरान सामने आया कि बच्चा स्कूल से अकेले माता मंदिर, खलीलाबाद की तरफ से मेंहदावल बाईपास पर आया था। वह मेंहदावल बाईपास होते हुए मगहर की तरफ एक होटल के आगे मैरिज हॉल तक गया। मैरिज हॉल के सामने वह लगभग 10 मिनट तक रुका रहा और फिर उसी रास्ते वापस मेंहदावल बाईपास पर आ गया। इस दौरान उसके आसपास कोई गाड़ी या व्यक्ति मौजूद नहीं था।
पूछताछ में बच्चे ने बताया कि उसने कोचिंग जाने के डर से अपहरण की यह फर्जी कहानी बनाई थी। जांच में किसी भी व्यक्ति द्वारा अपहरण किए जाने की बात सही नहीं पाई गई।