
लखनऊ। उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा गणतंत्र दिवस समारोह 26 जनवरी को गरिमापूर्ण ढंग से मनाये जाने सम्बन्ध में विस्तृत दिशा.निर्देश किये गये हैं। मुख्य सचिव राजेन्द्र कुमार तिवारी ने बताया कि कोविड.19 को दृष्टिगत रखते हुए कोरोना वायरस से बचाव हेतु भारत सरकार एवं प्रदेश सरकार द्वारा जारी दिशा-निर्देशों का अनुपालन करते हुए 26 जनवरी को गत वर्ष की भांति इस वर्ष भी गणतंत्र दिवस समारोह पूरे प्रदेश में सुव्यवस्थित एवं सादगी के साथ मनाया जायेगा। प्रदेश के समस्त जिलाधिकारियों को भेजे गये दिशा.निर्देशों में उन्होंने समारोह की व्यवस्था में परामर्श देने के लिए एक कमेटी गठित किये जाने को कहा है।
जिसमें सभी राजनीतिक दलों, सरकारी विभागों शैक्षिक संस्थाओंए जिला सैनिक कल्याण कार्यालय आदि के प्रतिनिधि शामिल होंगे। कार्यक्रम स्थानीय सहूलियत और आवश्यकताओं को ध्यान में रखकर बनाया जाये। उन्होंने बताया कि प्रात:काल 8.30 बजे सरकारी भवनों पर झण्डा अभिवादन किया जायेगा और इस अवसर पर संविधान में उल्लिखित संकल्प के स्मरण तथा राष्ट्रगान के गायन की व्यवस्था की जायेगी। शिक्षण संस्थाओं में राष्ट्रध्वज प्रात: 10.00 बजे फहराया जायेगा। इस अवसर पर राष्ट्रीय एकता, अखण्डता, धर्म.निरपेक्षता और साम्प्रदायिक सौहार्द की भावना को मजबूत बनाने पर बल दिया जायेगा।
जारी दिशा-निर्देशों में कहा गया है कि समस्त शिक्षण संस्थाओं में इस अवसर पर ऐसे कार्यक्रमों का आयोजन किया जाना चाहिए जिनमें राष्ट्रगान जन.गण.मन का सामूहिक गायन भी सम्मिलित हो। विद्यार्थियों को संक्षेप में स्वतंत्रता संग्राम का इतिहास बताया जाये और सशस्त्र सैन्यबलों के बलिदान को नमन करते हुए देशभक्तों के जीवन के प्रेरक.प्रसंग दोहराये जायें। जिससे राष्ट्रीय चेतना विकसित हो। नाटक विचार गोष्ठी तथा निबन्ध.लेखन की प्रतियोगितायें भी यथासम्भव आयोजित करायी जायें। झण्डारोहण कार्यक्रम के तुरन्त बाद पुलिस परेड की जाये। परेड की सलामी वहां उपस्थित केन्द्रीय प्रदेश सरकार के मंत्रीगण द्वारा ली जाये। दिन में शिक्षण संस्थाओं में खेलकूदए साइकिल रेस दंगल आदि का आयोजन किया जाये।











