कोरोना वैक्सीनेशन : प्रदेश में आज फिर लगाये जायेंगे टीके, 20 लाख डोज उपलब्ध


लखनऊ। प्रदेश में दूसरे दौर का कोरोना वैक्सीनेशन कार्यक्रम आज शुक्रवार से शुरू होगा। जिन लोगों को टीका लगाया जाएगा, उनकी सूचीकोविन पोर्टल पर अपलोड की जा रही है। इसमें विगत १६ जनवरी को पहले दौर में किसी कारणवश छूटे स्वास्थ्यकर्मियों को भी वैक्सीन लगायी जाएगी। जिन लोगों का टीकाकरण कल होना है, उन्हे मैसेज भेजकर टीकारण का स्थान बताकर सूचित किया जा रहा है। वहीं १५ फरवरी से कोरोना वैक्सीन की दूसरी डोज दिया जाना प्रारम्भ किया जाएगा।

 प्रदेश के प्रमुख सचिव, चिकित्सा एवं स्वास्थ्य आलोक कुमार ने गुरुवार को बताया कि कल लगभग १,४००—१,५०० बूथ बनाकर टीकाकारण का कार्य होगा। एक बूथ पर सौ स्वास्थ्यकर्मियों के मुताबिक १.४०—१.५० लाख चिकित्सक—स्वास्थ्यकर्मियों के टीकाकरण का लक्ष्य है। उन्होंने बताया कि प्रदेश में वैक्सीन की १०.७५ लाख डोज पहले आ चुकी थी। इसके बाद ०९.११ लाख डोज कल रात उपलब्ध हो गई। इस तरह अब वैक्सीन की लगभग बीस लाख डोज उपलब्ध है। उन्होंने बताया कि राज्य में स्वास्थ्यकर्मियों की संख्या ८.५५ लाख से ९.०० लाख के बीच है। एक स्वास्थ्यकर्मी को दो डोज की जरूरत होती है।

इस लिहाज से सभी के लिए पर्याप्त संख्या में डोज उपलब्ध हैं।  प्रमुख सचिव, चिकित्सा एवं स्वास्थ्य ने बताया कि प्रदेश में पिछले चौबीस घंटे में कोरोना संक्रमण के १९५ नये मामले आये हैं। इसी दौरान ३४५ मरीज स्वस्थ होने के बाद डिस्चार्ज किए गए। राज्य में अब संक्रमण का ग्राफ तेजी से गिर रहा है। लगभग ७० जिलों में इकाई संख्या में ही मामले हैं। कुछ ही जिलों में दहाईसंख्या में मामले आ रहे हैं।

किसी भी जिले में गम्भीर स्थिति नहीं है।  उन्होंने बताया कि संक्रमण कम होने के कारण अब राज्य में सक्रिय मामलों की संख्या ७,१७१ रह गई है। पिछले चौबीस घंटों में कोरोना संक्रमण से ०६ लोगों की मौत हुई हुई और अब तक कुल ८,५९७ लोगों की मौत हो चुकी है। उन्होंने बताया कुल सक्रिय मामलों में से २,५७७ लोग होम आइसोलेशन में है। प्रदेश में कल एक दिन में कुल १,३९,०५२ सैम्पल की जांच की गयी। वहीं अब तक कुल २,६७,१५,०६० सैम्पल की जांच की गयी है। इसके साथ ही अब तक कुल ५,८१,५०९ लोग कोविड-१९ से ठीक होकर डिस्चार्ज हो चुके हैं।  उन्होंने बताया कि प्रदेश में ई-संजीवनी के माध्यम से विगत चौबीस घंटे में ४,०३० तथा अब तक कुल ४.१६ लाख से ज्यादा लोगों ने चिकित्सीय परामर्श लिया। ई-संजीवनी के माध्यम से चिकित्सीय परामर्श लेने वाला उत्तर प्रदेश देश में प्रथम राज्य बन गया है। 

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