दोस्तों आजके इस आर्टिकल में आपको में फ़ोन से जुडी बेहद ही दिलचस्ब बात बताने जा रहा हु। में आपको आज Phone से जुड़े एक ऐसे शब्द (word) की बात करने जा रहा हु जिसे आप ना केवल रोज सुनते होंगे बल्कि आप खुद इस शब्द को रोज़ दोहराते भी होंगे। लेकिन आपको उस शब्द के पीछे का इतिहास नहीं पता होगा।
दोस्तों में जिस शब्द की बात कर रहा हूं उस शब्द का नाम है “Hello”। जब आपके मोबाइल फोन पर किसी का call आता है और आप उस कॉल को receive करते है तब आपके मुंह से सबसे पहले निकलने वाला शब्द “हैलो” होता है। ना केवल आप बल्कि पूरी दुनिया में जब लोग एकदुसरे को फोन कॉल करते है तब सबसे पहले “Hello” शब्द का ही इस्तेमाल करते है।
क्या आपने कभी ये सोचा है कि हम phone उठाते ही “हैलो” शब्द ही क्यू बोलते है? क्यू हम किसी भी बात की शुरुआत “Hello” शब्द बोलके करते है। क्यों हम किसी और शब्द का इस्तेमाल नहीं करते ?
यूह तो हम बोहोत से शब्द का इस्तेमाल कर सकते हे पर Hello बोलने के पीछे भी एक बोहोत बड़ा इतिहास जुड़ा हुआ है। जो आप लोगो मेसे बोहोत से कम लोग जानते होंगे। तो चलिए बिना समय गंवाए आगे बढ़ते है ओर जान लेते है कि आखिरकार क्यू मोबाइल फोन पे बात की शुरुआत “Hello” बोलके ही की जाती है।
दोस्तों आज से कई साल पहले लोग Mobile Phone की बजाय Telephone का इस्तेमाल किया करते थे। और उसी टेलीफोन के आविष्कार की वजह से आज हम सब एकदूसरे के साथ फ़ोन के माध्यम से बात कर पा रहे हे।
Telephone का आविष्कार Alexander Graham Bell ने सन 1876 में किया था। कई लोगो का ये कहना हे की टेलीफोन के आविष्कार के बाद ग्रेहाम बेल ने सबसे पहेला कॉल अपनी Girlfriend को किया था। जिनका नाम ” Margaret Hello ” बताया जा रहा हे। और तब पहेली बार उन्होंने टेलीफोन पर अपनी गर्लफ्रेंड “मार्गरेट हेलो” को “Hello” नाम से पुकारा था। फिर वही से फ़ोन पर सबसे पहले हेलो कहने का सिलसिला शुरू हुआ था। लेकिन ये कहानी बिलकुल झूठी हे। और मेरे पास ऐसे 3 सबूत हे जो ये साबित कर देगा की ये एक बोहोत बड़ा झूठ हे।
1] सबसे पहेली बात तो ये हे की Alexander Graham Bell की गर्लफ्रैंड (पत्नी) का नाम Margaret Hello नहीं था बल्कि उनकी गर्लफ्रेंड का नाम था ” Mabel Gardiner Habbard” जिन्होंने 1877 में Graham Bell से शादी की और Bell की Death तक यानी 1922 तक उनकी पत्नी बनी रही।
2] Alexander Graham Bell की गर्लफ्रैंड Mabel Gardiner Habbard जब 5 साल की थी तबसे वो बेहेरी (Deaf ) थी तो ग्रेहाम बेल कैसे कॉल करके उनका नाम लेके बात कर सकते थे । जबकि वो तो सुन ही नहीं सकती थी।
3] मार्गरेट हेलो नामकी कोई ऐसी महिला हे ही नहीं की जिसे वो अपनी गर्लफ्रेंड बता सके और उसके कॉल कर Hello बोल सके।
दोस्तों ऊपर के तीनो सबूत जो मेने दिए हे वो 100 %सही हे। फिर भी अगर आपको मेरी बात पे विश्वास ना हो तो आपu Google पे जाके खुद Search कर देख सकते हे।
तो दोस्तों अब आप ये सोच रहे होंगे की अगर Hello शब्द का आविष्कार अलेक्सेंडर ग्रेहाम बेल ने नहीं किया था तो Hello का आविष्कार किसने किया। दोस्तों जब Graham Bell ने Telephone का invention किया उसके बाद बोहोत से लोगो के पास Telephone आ चुके थे ऐसा History में कहा जा रहा हे।
जब लोग एक दूसरे के साथ टेलीफोन पे बात करने लगे तब लोगो के लिए एक दिक्कत ये आने लगी कि टेलीफोन पे बात की शुरुआत किस शब्द से की जाए ? यानी कैसे हम ये कन्फर्म करे की सामने टेलीफोन पे बात करने वाले इंसान को उनकी आवाज़ सुनाई दे रही है या नहीं। क्यू की उनको अपनी आवाज सामने वाले व्यक्ति तक पोहोच रही है या नहीं उसके लिए उनको बोहोत लंबे शब्दों का इस्तेमाल करना पड़ता था जैसे कि “क्या आपको हमारी आवाज सुनाई दे रही है।” “क्या आप हमे सुन सकते हो।”
जब लोगो ने इस दिक्कत को अलेक्ज़ेंडर बेल के सामने रखी तब बेल ने एक शब्द दिया ओर वो शब्द था “AHOY-HOY” दोस्तो AHOY-HOY शब्द फ्रांस के नेवी के अफ़सर एक दूसरे को बुलाने के लिए इस्तेमाल किया करते थे। AHOY-HOY शब्द एकदूसरे को शुभकामनाएं (greeting) देने के लिए इस्तेमाल किया जाता है । इस शब्द का मतलब है कि “आप कैसे हो”। इसलिए Alexander Graham Bell ने लोगो को फ़ोन कॉल के दौरान इस शब्द का इस्तेमाल करने को कहा।फिर लोग जब एकदूसरे को Telephone पे call करते थे तब ‘Ahoy‘ शब्द का ही प्रयोग करने लगे ।
जैसे जैसे समय बीतता गया वैसे वैसे लोग Ahoy शब्द बोलने के आदी होते गए। पर उन मेसे बोहोत से ऐसे लोग थे जिन्हें AHOY-HOY शब्द बोलने में भी दिक्कत होती थी। उनके लिए ये शब्द भी कठिन सा लगने लगा था। इसलिए उनमें से कुछ लोगो ने AHOY-HOY की जगह पर एक नया शब्द का इस्तेमाल करने लगे। ओर वो था “Hola”।
इस शब्द का इस्तेमाल लोगो ने बोहोत समय तक किया। पर अभी भी दिक्कतें बोहोत बड़ी थी। लोग अभी भी उलझन में थे। उन्हें अभी भी नहीं पता था कि आखिर फ़ोन उठाते समय सबसे पहेले किस शब्द का प्रयोग किया जाए।
Oxford Dictionary के मुताबिक, Hello शब्द जर्मन शब्द हाला से आया है। ये शब्द पुराने फ्रासीस शब्द ‘ होला’ से आया है। होला का मतलब “कैसे हो” ऐसा होता है। ये शब्द वक्त के साथ धीरे धीरे बदलता गया। 1300 ई के बाद होला शब्द बदल गया था। यानी कि अग्रेजी कवि चॉसार के जमाने में ही ‘होला’ शब्द ‘हालो’ बन चुका था।
इसी परेशानी के बीच फिर ग्रेहाम बेल ने अपने ही Telephone से Thomas Edison ( जिन्होंने बल्ब का आविष्कार किया) उनको call किया और इस विषय के बारे में उनके साथ बोहोत देर तक चर्चा की तब थॉमस एडीसन ने ‘Hello’ शब्द को सबसे ज्यादा महत्व दिया। ओर उन्होंने लोगो के कहे जाने वाला शब्द हैलो को ही call receive करते समय इस्तेमाल करने को कहा।
लेकिन 1833 में पहेली बार Hello शब्द का इस्तेमाल लिखित रूप में हुआ था। और फिर 1887 में थॉमस एडिसन ने पहेली बार Phone पे इस शब्द का प्रयोग किया। लेकिन उससे पहले उन्होंने 1877 में पीटरस्बर्ग की प्रिंटिंग टेलीग्राम कंपनी के अध्यक्ष स्मिथ को पत्र लिखा था। और कहा था की टेलीफोन पे बोला जाने वाला सबसे पहला शब्द “हेलो” होना चाहिए। और बस तब से लेकर अबतक हम सब इसी शब्द का प्रयोग करते हे।
इस सबके बावजूद Graham Bell अभी भी Ahoy शब्द को ही रखना चाहते थे। पर Thomas Edison के लोगो को हैलो शब्द के समर्थन के कारण फिर यही शब्द इस्तेमाल होता गया। अगर आप युह कहे कि Thomas Edison ही वो इन्सान थे जिन्होंने “Hello” शब्द का आविष्कार किया तो इसमें कोई ग़लत नहीं है क्यों की ग्रेहाम बैल तो AHOY-HOY शब्द को ही रखना चाहते थे।
तो दोस्तो अब आप समझ गए होंगे की सबसे पहले Hello शब्द बोलने वाला इंसान थॉमस एडिसन ही थे। तो ये था हेलो शब्द का पूरा इतिहास।दोस्तो एक ओर बात में आपको बता दू की आधे से ज्यादा लोगो के हैलो शब्द के पीछे की कहानी नहीं पता थी ओर जिसको भी पता थी वो पूरी गलत थी। अगर आपको हमारा ये आर्टिकल पसंद आया हो तो आगे Forward जरूर कीजिएगा