क्यों होता है जुड़वां बच्चे का जन्म, ये कारण बताते हैं धार्मिक ग्रंथ

यह सवाल अक्सर हमारे मन में आता होगा की है कि आखिर कैसे महिलाओं को जुड़वां या तीन बच्चे एक साथ होते हैं? तो आज हम अपने पोस्टर के माध्यम से इससे जुड़ी कुछ खास जानकारी बताते जा रहे है जिनसे अभी तक आप अंजान थे। तो बताते चले एक से ज्यादा बच्चों को जन्म देने की घटना को मेडिकल टर्म में मल्टिपल प्रेग्नेंसी कहा जाता है। इसका मतलब है कि किसी महिला के गर्भ में दो या ज्यादा बच्चे हैं। ये बच्चे एक ही एग या अलग-अलग एग से हो सकते हैं। लेकिन धार्मिक शास्त्र इसके पीछे अलग वजह बताते हैं। जानिए—-

1.जब एक ही राशि में चन्द्रमा और शुक्र उपस्थित होते है तो जुड़वाँ बच्चो के होने की सम्भावना बढ़ जाती है |

2.जब गुरु, मंगल और बुध गृह विषम राशि में हो

3.मान्यताओं के अनुसार चन्द्रमा और लग्न एक ही राशि में स्थित हो और पुरुष द्वारा ग्रह देखे जाये तो जुड़वाँ संतान जन्म लेती है |

4.बुध, मंगल, गुरु और लग्न एक ही राशि में हो और बलवान हो तो जुड़वाँ बच्चे जन्म लेते है |

5.मिथुन या धनु राशि में गुरु सूर्य हो और बुध से दृष्ट हो तो जुड़वाँ लड़को के जन्म लेने की संभावना बढ़ जाती है |

6.शुक्र, चंद्र, मंगल, मीन या कन्या राशि में बुध से दृष्ट हो तो जुड़वाँ कन्या का जन्म होता है |

7.बताया जाता है की अगर स्त्री की कुंडली में सातवे स्थान पर राहु ग्रह हो या फिर गुरु और शुक्र एक साथ स्थित हो तो जुड़वाँ संतान पैदा होती है लेकिन शादी के काफी समय बाद ये सुख प्राप्त होता है |

9.इन सबके अलावा इसका वैज्ञानिक कारण यह है की अगर आपके परिवार में पहले भी जुड़वाँ बच्चे जन्म ले चुके है तो भी आपके जुड़वाँ बच्चो के होने की संभावना बढ़ जाती है |

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