पौड़ी। विकासखंड खिर्सू के करीब आधा दर्जन ग्राम पंचायतों के ग्रामीणों ने क्रेशर प्लांट लगाए जाने का विरोध किया है। ग्रामीणों ने जिला मुख्यालय पहुंचकर डीएम के समक्ष आक्रोश जताते हुए आंदोलन की चेतावनी दी है। ग्रामीणों का कहना है कि क्रेशन प्लांट का असर उनके पेयजल स्रोत व मवेशियो के चारापत्ती आदि पर पड़ेगा।
सोमवार को ग्राम पंचायत स्वीत, मंदोली, डुंगरीपंथ, रामपुर, देवलगढ़ व कलियासौड़ के ग्रामीण जनपद मुख्यालय पौड़ी पहुंचे। ग्रामीणों ने डीएम धीराज सिंह गबरियाल व एडीएम डा. एसके बरनवाल के समक्ष क्षेत्र में क्रेशर प्लांट लगाए जाने का विरोध जताया। मंदोली (फरासू) की प्रधान सुरभि देवी, क्षेत्र पंचायत सदस्य विनोद रावत व प्रधान डुंगरीपंथ ममता रावत ने बताया कि क्षेत्र के चमधार-देवलगढ़-बुघाणी-खिर्सू मोटर मार्ग पर कांडा लगा रामपुर में स्टोन क्रेशर प्लांट लगाया जाना प्रस्तावित है। उन्होंने कहा कि कांडा लगा रामपुर क्षेत्र के फरासू, डुंगरीपंथ के ग्रामीणों का पेयजल स्रोत है, यहीं से इन गांवों को सिंचाई नगर भी आती है। प्लांट लगने से पेयजल स्रोत प्रदूषित व सिंचाई नगर पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो जाएगी। फरासू में करीब 130, डुंगरीपंथ में 120 व कलियसौड़ के 200 परिवारों की आजीविका खेती पर ही निर्भर है।
ग्राम पंचायतों को खेती के क्षेत्र में सरकार को पुरस्कार भी प्रदान कर चुकी हैं। देवलगढ़ क्षेत्र सामाजिक एवं सांस्कृतिक विकास समिति के अध्यक्ष कुंजिका प्रसाद उनियाल ने बताया कि ऐतिहासिक व धार्मिक स्थल देवलगढ़, पर्यटन स्थल खिर्सू, बुघाणी की यात्रा पर इस मोटर मार्ग से यात्री आते हैं, लेकिन स्टोन क्रेशर प्लांट लगने से यात्रा प्रभावित हो जाएगी। जिलाधिकारी ने ग्रामीणों को सकारात्मक कार्रवाई का आश्वासन दिया। इस अवसर पर सुमनदेव फरासी, अमन सिंह रावत, अनूप कुमार, आनंद सिंह बिष्ट, राहुल बिष्ट, सोनू चमोली आदि मौजूद रहे।
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