जेरूसलम (ईएमएस)। इजरायली सेना ने गाजा में सबसे बड़े जबालिया शरणार्थी शिविर पर हवाई हमले की जिम्मेदारी ली है। इजरायल ने कहा कि 7 अक्टूबर के हमले के लिए जिम्मेदार हमास के शीर्ष नेताओं में से एक हमले में मारा गया है। एक्स पर एक पोस्ट में, इज़राइल डिफेंस फोर्सेज (आईडीएफ) ने कहा कि आईडीएफ लड़ाकू विमानों ने हमास की सेंट्रल जबालिया बटालियन के कमांडर इब्राहिम बियारी को मार गिराया। बियारी 7 अक्टूबर को आतंकी हमले के लिए जिम्मेदार नेताओं में से एक था। इजरायल ने क्षेत्र में हमास की कमान और नियंत्रण को नुकसान पहुंचाया और बड़ी संख्या में आतंकवादियों को मार गिराया, जो बियारी के साथ थे। हमले के बाद भूमिगत आतंकवादी बुनियादी ढांचे भी ध्वस्त हो गए। वहीं आईडीएफ ने क्षेत्र के निवासियों से अपनी सुरक्षा के लिए दक्षिण की ओर जाने का अपना आह्वान दोहराया।
संयुक्त राष्ट्र के अनुसार जबल्या गाजा पट्टी के आठ शरणार्थी शिविरों में से सबसे बड़ा है। मंगलवार के हवाई हमले का बचाव करते हुए आईडीएफ के प्रवक्ता लेफ्टिनेंट कर्नल जोनाथन कॉनरिकस ने कहा कि शरणार्थी शिविर को बियारी को मारने के लिए निशाना बनाया गया। एक मीडिया रिपोर्ट के अनुसार वह आईडीएफ के खिलाफ सक्रिय रूप से समन्वय, संचालन और लड़ाकू गतिविधियों का नेतृत्व कर रहा था। आईडीएफ के प्रवक्ता ने कहा कि बियारी की गतिविधियां 2004 से पहले की हैं, जब उसने अशदोद में एक हमले की साजिश रची थी, इसमें 13 इजरायली मारे गए थे। कॉनरिकस ने कहा कि मंगलवार के हमले में हमास के दर्जनों लड़ाके भी मारे गए और शिविर के नीचे भूमिगत सुरंगें ढह गईं।
कॉनरिकस ने कहा कि आईडीएफ ने हमला करते समय गैर-लड़ाकों के प्रभावित होने की संभावनाओं सहित सभी कारकों पर विचार किया था। एक मीडिया रिपोर्ट के अनुसार सेना ने नागरिकों को पत्रक, सोशल मीडिया पर संदेशों और रेडियो प्रेषण के माध्यम से क्षेत्र छोड़ने के लिए सूचित किया था। कॉनरिकस ने कहा, मैं इस बात पर जोर देना चाहता हूं कि हमला का निशाना सैन्य गतिविधियों का एक केंद्र था। हालांकि इससे पहले मंगलवार को आईडीएफ ने कहा था कि उसके सैनिकों ने जबालिया में हमास के आतंकवादियों के गढ़ को निशाना बनाया था, जिसका इस्तेमाल आतंकवादी गतिविधियों के प्रशिक्षण और कार्यान्वयन के लिए किया जाता था। आईडीएफ ने एक्स पर कहा कि जमीनी हमले में सैनिकों ने लगभग 50 आतंकवादियों को मार गिराया, साथ ही आतंकवादी सुरंगों और हथियारों के प्रवेश द्वारों को भी नष्ट कर दिया। इस बीच, हमास ने इस बात से इनकार किया है कि हमले के दौरान उसका कोई सदस्य शिविर में मौजूद था। हमास के प्रवक्ता हाज़ेम क़ासिम ने इज़राइल पर जबल्या शिविर में रह रहे नागरिकों, बच्चों और महिलाओं की हत्या का आरोप लगाया।