- गुजविप्रौवि के कुलपति प्रो. नरसी राम बिश्नोई का कुलपति के रूप में
एक वर्ष बना विश्वविद्यालय का स्वर्णकाल - चार नए विभाग तथा 17 नए कोर्स किए गए आरंभ
- नियमित मोड में शुरू किए जाएंगे 23 नए कोर्स
- ओडीएल तथा आॅनलाइन मोड में 04 पीजी, 05 डिप्लोमा तथा 17 सर्टिफिकेट कोर्स शुरू किए जाएंगे।
- सभी सर्टिफिकेट कोर्स हरियाणा सरकार की एचकेसीएल योजना से सम्बद्ध हैंै।
- सभी कोर्स वर्तमान समय में उद्योगों की मांग के अनुसार तथा रोजगारपरक हैं।
- विश्वविद्यालय में नया मेडिकल काॅलेज खोला जाना भी प्रस्तावित है।
- सत्र 2023-24 में शोधार्थियों की फेलोशिप की राशि तथा संख्या बढ़ाई गई है तथा नई छात्रवृति योजना भी आरंभ की गई है।
- विश्वविद्यालय के आधारभूत ढांचें को और अधिक मजबूत किया जा रहा है। विश्वविद्यालय में किसी भी संसाधन की कोई कमी नहीं है।
- विश्वविद्यालय ने दा टाइम्स हायर एजुकेशन वल्र्ड रैंकिंग तथा ग्लोबल यूनिवर्सिटी रैंकिंग लंदन के साथ-साथ जकार्ता इंडोनेशिया द्वारा जारी की गई यूआई ग्रीन मेट्रिक वल्र्ड युनिवर्सिटी रैंकिंग की विभिन्न श्रेणियों में देश तथा प्रदेश के साथ-साथ विश्व स्तर पर भी उच्च रैंकिंग हासिल की है।
हिसार। गुरू जम्भेश्वर विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, हिसार के कुलपति प्रो. नरसी राम बिश्नोई ने दो मई 2024 को विश्वविद्यालय में कुलपति के रूप में उनके कार्यकाल का एक वर्ष पूरा होने पर श्एक वर्ष नवोत्कर्ष 2023-2024श् पत्रकार वार्ता में पत्रकारों को संबोधित किया। विश्वविद्यालय के कुलपति कार्यालय के कमेटी रूम में पत्रकारों से रूबरू होते हुए कुलपति ने विश्वविद्यालय की गत एक वर्ष की उपलब्धियों का लेखा-जोखा प्रस्तुत किया तथा आगामी योजनाओं के साथ-साथ विश्वविद्यालय में इस वर्ष से शुरू होने वाले प्रस्तावित कोर्सों का ब्यौरा भी दिया।
कुलपति प्रो. नरसी राम बिश्नाई ने इस अवसर पर कहा कि कोई विश्वविद्यालय किसी एक दिन स्थापित तो होता है, लेकिन उसके वास्तविक विश्वविद्यालय के बनने की यात्रा वर्षों और दशकों में पूरी होती है। हिसार में गुरू जंभेश्वर जी महाराज के नाम पर स्थापित हुआ गुरू जंभेश्वर विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय एक ऐसा विश्वविद्यालय है, जिसने अतिशीघ्र अपनी पहचान बना ली है। यह विश्वविद्यालय अपने स्थापना काल से ही लगातार नए आयामों को छू रहा है। साल दर साल यह विश्वविद्यालय नई उपलब्धियां हासिल कर राष्ट्रीय से अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर अपनी पहचान को और अधिक मजबूत करता जा रहा है।
कुलपति प्रो. नरसी राम बिश्नोई ने कहा कि पिछले एक साल को यदि विश्वविद्यालय का स्वर्णिम काल कहा जा रहा है तो यह पूरे विश्वविद्यालय परिवार की सकारात्मक सोच तथा मेहनत का परिणाम है। उन्होंने कहा कि उन्होंने यहां कुलपति बनने से पूर्व अपने जीवन के 25 साल एक शिक्षक के रूप में यहां बिताए। विश्वविद्यालय को एक अर्ध मरूस्थलीय परिसर से हरा-भरा और दर्शनीय परिसर बनते हुए देखा।
उन्होंने कहा कि यह उनका सौभाग्य है कि उन्हेंएक साल पहले आज के ही दिन गुरू जी के इस विश्वविद्यालय में कुलपति के रूप में सेवाएं देने का अवसर मिला। एक साल के इस कार्यकाल में उन्हें विश्वविद्यालय के शिक्षकों, गैर शिक्षक कर्मचारियों, विद्यार्थियों तथा शोधार्थियों का भरपूर सहयोग मिला।
कुलपति ने कहा कि यही कारण रहा कि विश्वविद्यालय मात्र एक साल में इतनी उपलब्ध्यिां हासिल कर पाया। उन्होंने एक साल की इन उपलब्धियों को समूचे विश्वविद्यालय परिवार को समर्पित किया तथा उन्होंने आगे भी सबसे इसी प्रकार, बल्कि और अधिक ऊर्जा से कार्य करने की अपेक्षा की। उन्होंने इस दौरान प्रयास किया है कि विश्वविद्यालय में अधिक से अधिक समय सबके बीच रहकर लगातार विश्वविद्यालय की प्रगति और विकास के लिए कार्य किया जाए। आगे भी ऐसे कार्य किया जाता रहेगा। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि शीघ्र ही यह विश्वविद्यालय विकास के और भी नए मापदंडों को स्थापित करेगा।
ये रही विशेष उपलब्धियां
कुलपति प्रो. नरसी राम बिश्नोई ने बताया कि बीते एक साल में विश्वविद्यालय ने अपनी विकास यात्रा को और अधिक तेज किया है। विश्वविद्यालय में 6.5 करोड़ से आइडिया व इनोवेशन लैब बनाई जाने की प्रकिया जारी है। विश्वविद्यालय ने शोधार्थियों की फेलोशिप प्रतिमाह 15 हजार रूपए कर दी है। साथ ही यह फेलोशिप अब प्रति विभाग एक की बजाय दो शोधार्थियों को दी जा रही है। शोधार्थियों की कंटीजेंसी भी बढ़ाकर पांच हजार रूपए की गई है। इसके अतिरिक्त जरूरतमंद विद्यार्थियों के लिए दस हजार रूपए प्रति वर्ष के हिसाब से गुरू जंभेश्वर जी महाराज के नाम पर नई छात्रवृति आरंभ की गई है।
विश्वविद्यालय ने एक मैडिकल काॅलेज बनाने की प्रक्रिया भी आरंभ की है। उम्मीद है कि शीघ्र ही यह काॅलेज विश्वविद्यालय में स्थापित होगा। विश्वविद्यालय के हाॅस्टल नम्बर चार की इंटरनेशल विंग का उद्घाटन हरियाणा के माननीय राज्यपाल एवं विश्वविद्यालय के माननीय कुलाधिपति बंडारू दत्तात्रेय के कर कमलों से हो चुका है।
विश्वविद्यालय में 118 करोड़ रूपए की लागत से तीन नए हाॅस्टल भवन, आवसीय परिसर का विस्तार, हरियाणा स्कूल आॅफ बिजनेस, मैकनिकल इंजीनियरिंग विभाग की एक्सटेंशन बिल्डिंग तथा मल्टीपरपज हाॅल का निर्माण करवाया जाएगा। विश्वविद्यालय में शोध तथा आविष्कार को बढ़ावा देने के लिए पेटेंट सैल की स्थापना की गई है। विश्वविद्यालय में किसी भी प्रकार की शिकायत का समयबद्ध समाधान करने के लिए इंफोरमेटिक्स एंड ग्रीवेंस सेल के पोर्टल की स्थापना भी गई है। विश्वविद्यालय अनुदान आयोग शिक्षा मंत्रालय भारत सरकार से श्रेणी-2 की स्वायतता मिली है। इस स्वायतता के तहत विश्वविद्यालय अपने स्तर पर नए कोर्स आरंभ कर सकता है।
रैंकिंग
कुलपति प्रो. नरसी राम बिश्नोई ने बताया कि विश्वविद्यालय ने सत्र 2023-24 मंे राष्ट्रीय तथा अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपनी पहचान को और मजबूत किया है। दा टाइम्स हायर एजुकेशन वल्र्ड रैंकिंग 2024 में इंजीनियरिंग केटेगरी में विश्वविद्यालय को 801 से 1000 रैंक, विश्वविद्यालय श्रेणी में 1201 से 1500 रैंक, फिजिकल एजुकेशन केटेगरी में 1001 प्लस रैंक प्राप्त हुआ है। ग्लोबल यूनिवर्सिटी रैंकिंग (लंदन) द्वारा जारी रैंकिंग मेें विश्वविद्यालय को हरियाणा में पहला तथा देश में 26वां तथा स्थान मिला है। इस रैंकिंग में विश्वविद्यालय विश्व स्तर पर 1045वां रैंक, ए गे्रड तथा गोल्ड बैंड दिया गया है। इस रैंकिंग में दा टाइम्स हायर एजुकेशन द्वारा यंग युनिवर्सिटी रैंकिंग में विश्वविद्यालय को 351-400वां रैंक दिया गया। इमर्जिंग इकोनोमीज रैंकिंग में 401-500वां रैंक मिला है।
जकार्ता इंडोनेशिया द्वारा जारी की गई युआई ग्रीन मेट्रिक वल्र्ड युनिवर्सिटी रैंकिंग में वल्र्ड मोस्ट सस्टेनेबल युनिवर्सिटी श्रेणी में विश्वविद्यालय को भारत में 16वां रैंक मिला, जबकि विश्व में विश्वविद्यालय का इस रैंकिंग में 409वां स्थान रहा।
रिसर्च पब्लिेशन और एच-इंडेक्स
कुलपति ने बताया कि 01 मई 2023 तक विश्वविद्यालय के स्कोपस पब्लिकेशंस की संख्या 3,793 थी, जो संख्या 29 अप्रैल 2024 तक 511 से बढ़कर 4,304 हो गई। इस अवधि में विश्वविद्यालय का एच-इंडेक्स भी 10 प्वाइंट बढ़कर 112 से 122 हो गया है। औसत पेपर साइटेशन में 1.18 की वृद्धि हुई, जो 19.98 से बढ़कर 21.16 हो गया। स्कोपस साइटेशन की संख्या इस अवधि में 15,270 बढ़कर 75,803 से 91,073 हो गई।
सत्र 2023-24 में शुरू किए गए नए विभाग व कोर्सिज
कुलपति ने बताया कि विश्वविद्यालय द्वारा सत्र 2023-24 में चार नए विभाग
- डिपार्टमैंट आॅफ जियोग्राफी,
- डिपार्टमैंट आॅफ जूलोजी,
- डिपार्टमैंट आॅफ लाइब्रेरी एंड इंफोर्मेशन साईंस तथा
- डिपार्टमैंट आॅफ एजुकेशन शुरू किए गए थे।
इसके अतिरिक्त विश्वविद्यालय द्वारा राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के तहत 17 नए कोर्सिज की शुरूआत की गई, जो इस प्रकार हैं:
- इन्टीग्रेटिड बीएसी (आॅनर्सध्आनर्स विद रिसर्च)-एमएससी फिजिक्स,
- इन्टीग्रेटिड बीएसी (आॅनर्सध्आनर्स विद रिसर्च)-एमएससी कैमिस्ट्री,
- इन्टीग्रेटिड बीएसी (आॅनर्सध्आनर्स विद रिसर्च)-एमएससी मैथेमेटिक्स,
- इन्टीग्रेटिड बीएसी (लाइफ साइंस)-एमएससी (बायोटेक्नोलाॅजी ध्माइक्रोबायोलोजी/बोटनी/जूलोजी),
- इन्टीग्रेटिड बीएसी (आॅनर्सध्आनर्स विद रिसर्च)-एमएससी इकोनोमिक्स,
- इन्टीग्रेटिड बीएसी (आॅनर्सध्आनर्स विद रिसर्च)-एमएससी साइकोलाॅजी,
- बीएसी (आॅनर्सध्आनर्स विद रिसर्च)-कंप्यूटर साइंस (आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस एंड डेटा साइंस)
- बीएसी (आॅनर्सध्आनर्स विद रिसर्च)-मास कम्युनिकेशन,
इसके अतिरिक्त
एमएससी बोटनी,
एमएससी जुलोजी,
एमएससी कंप्यूटर साइंस (आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस एंड डेटा साइंस),
मास्टर आॅफ लाइब्रेरी एंड इंफोर्मेशन साइंस,
एमए एजुकेशन,
एमबीए-हैल्थकेयर,
इन्टीग्रेटिड बीएसी (आॅनर्सध्आनर्स विद रिसर्च)-एमएससी जियोग्राफी,
इन्टीग्रेटिड बीएसी (आॅनर्सध्आनर्स विद रिसर्च)-एमएससी मेडिकल इमेजिंग टेक्नोलाॅजी,
बीटेक (मैकेनिकल इंजीनियरिंग) (फाॅर वर्किंग प्रोफेशनल्स)
सत्र 2024-25 के लिए प्रस्तावित नए कोर्सिज
कुलपति ने बताया कि विश्वविद्यालय सत्र 2024-25 से कई नए कोर्स आरंभ करने की योजना है। इनमें 23 कोर्सिज, जो कि
बीएससी-बीएड,
बीए-बीएड
बीए एलएलबी आॅनर्स पंचवर्षीय
एमएससी जियोग्राफी,
एमए एजुकेशन,
इंटीग्रेटिड बीकाॅम (आॅनर्सध्आनर्स विद रिसर्च)-एमकाॅम,
इंटीग्रेटिड बीएससी (आॅनर्सध्आनर्स विद रिसर्च) योगा साइंस एंड थेरेपी-एमएससी योगा साइंस एंड थेरेपी,
इंटीग्रेटिड बीएससी (फिजिकल साइंसिज)-एमएससी फिजिक्स/कैमिस्ट्री/ मैथेमेटिक्स
इंटीग्रेटिड बीबीए (आॅनर्सध्आनर्स विद रिसर्च)-एमबीए
इंटीग्रेटिड बीसीए-एमसीए
एमटेक (मैकेनिकल इंजीनियरिंग) फाॅर वर्किंग प्रोफेशनल्स
एमबीए (फाॅर वर्किंग प्रोफेशनल्स)
बीएससी इन ऐविएशन,
बैचलर इन मेडिकल लेबोरेटरी टैक्नीश्यिन
बैचलर इन आॅपरेशन थिएटर टेक्नोलाॅजी,
बीटेक इलेक्ट्रोनिक्स एंड कंप्यूटर इंजीनियरिंग,
बीटेक (आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस एंड डेटा साइंस)
बीवोक पेशेंट केयर मैनेजमैंट
बीवोक क्रिटिकल केयर मैनेजमैंट
बीवोक पेरामेडिकल एंड हैल्थ एडमिनिस्ट्रेशन
बीएससी नर्सिंग,
एएनएम तथा
जीएनएम कोर्सिज
नियमित मोड में शुरू किए जा रहे हैं।
जबकि आॅनलाइन मोड में चार पीजी कोर्सिज
एमएससी कंप्यूटर साइंस,
एमएससी मैथेमेटिक्स,
एमए मास कम्युनिकेशन,
एमकाॅम
पांच डिप्लोमा कोर्सिज
डिप्लोमा इन कंप्यूटर एप्लीकेशंस,
डिप्लोमा इन डेटा साइंस,
डिप्लोमा इन बिजनेस एनालिटिक्स,
डिप्लोमा इन बैंकिंग एंड फाइनेंस,
डिप्लोमा इन सप्लाइ चेन एनालिटिक्स,
इसके अतिरिक्त विश्वविद्यालय आॅनलाइन मोड में 17 सर्टिफिकेट कोर्स भी शुरू करने की योजना है। इनमें
सर्टिफिकेट इन इंफोर्मेशन टेक्नोलाॅजी (एचएससीआईटी),
सर्टिफिकेट इन एडवांस एकाउंटिंग,
सर्टिफिकेट इन आॅटो सीएडी,
सर्टिफिकेट इन डेस्कटाॅप एंड हार्डवेयर स्पोर्ट,
सर्टिफिकेट इन आॅफिस एसिसटेंस,
सर्टिफिकेट इन कोरल ड्रा,
सर्टिफिकेट इन ग्राफिक डिजाइनिंग,
सर्टिफिकेट इन वीडियो एडिटिंग,
सर्टिफिकेट इन इंगलिश कम्युनिकेशन एंड साॅफ्ट स्किल्स,
सर्टिफिकेट इन फाइनेंशियल एकाउंटिंग,
सर्टिफिकेट इन एडवांसड एक्सेल,
सर्टिफिकेट इन आइटी नेटवर्क स्पोर्ट,
सर्टिफिकेट इन आइटी सिक्योरिटी स्पोर्ट,
सर्टिफिकेट इन फोटो एडिटिंग,
सर्टिफिकेट इन एडोब (डीटीपी),
सर्टिफिकेट इन वेब डिजाइनिंग,
सर्टिफिकेट इन सी एंड सी प्लस प्लस प्रोग्रामिंग
कोर्स शुरू किए जा रहे हैं।
एमओयू
इस अवधि में विश्वविद्यालय ने अपना शोध तथा शिक्षण का दायरा बढ़ाते हुए गत शैक्षणिक सत्र में कुल 43 एमओयू किए, जिसमें 14 इंटरनेशनल, जिसके अंतर्गत 03 कोरपोरेट/इंडस्ट्री, 01 रिसर्च इंस्टीट्यूट और 10 एच.ई.आई. से संबंधित हैं तथा 29 नेशनल एमओयू, जिसके अंतर्गत 16 कोरपोरेट/इंडस्ट्री, 08 रिसर्च इंस्टीट्यूट और 05 एच.ई.आई. शामिल हैं।
विश्वविद्यालय की अन्य उपलब्धियां
विश्वविद्यालय द्वारा ने गत सत्र में 38 जरूरतमंद विद्यार्थियों को 3,17,500 रूपये की आर्थिक सहायता दी है। विश्वविद्यालय ने पहली बार इतनी अधिक आर्थिक सहायता विद्यार्थियों को दी है। विश्वविद्यालय ने पहली बार विश्वविद्यालय यूथ फैस्टिवल को दो जोनो में बांटा। इसके अतिरिक्त विश्वविद्यालय ने खेल, सांस्कृतिक, एनएसएस तथा एनसीसी गतिविधियों में भी उच्च स्तरीय उपलब्धियां हासिल की। खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी गेम्स 2023 में विश्वविद्यालय की महिला फुटबाल टीम ने कांस्य पदक जीता। पहलवान यशवीर ग्रीको रोमन कुश्ती के 97 किलोग्राम वर्ग में स्वर्ण पदक, फ्री स्टाइल कुश्ती के 74 किलोग्राम वर्ग में कांस्य पदक जीता। महिला तीरंदाजी टीम ने स्वर्ण पदक तथा अंशुल गिल ने बोक्सिंग में 92 किलोग्राम वर्ग में स्वर्ण पदक जीता।
इसके अतिरिक्त इंटर जोनल, इंटर यूनिवर्सिटी तथा राष्ट्रीय स्तर पर भी विश्वविद्यालय की टीमों तथा खिलाड़ियों ने पदक जीते तथा उच्च स्तरीय प्रतियोगिताओं के लिए क्वालीफाई किया। विश्वविद्यालय ने गत सत्र में यूटीडी तथा सम्बद्ध महाविद्यालयों में 25 से अधिक खेल गतिविधियों का आयोजन किया गया।
विश्वविद्यालय में युवाओं की उर्जा को दिशा देने तथा उनमें निहित प्रतिभा, नवाचार और उद्यमिता कौशल विकास हेतु पहली बार विश्वविद्यालय स्तर पर विद्यार्थियों के साथ क्लब बनाए गए, जिनमें गूंज क्लब, अभिव्यक्ति क्लब, उद्घोष क्लब, अभिव्यंजना क्लब, नवचेतना क्लब, वसुंधरा क्लब तथा आत्मनिर्भर युवा क्लब शामिल हैं। इस अवसर पर दाखिला व वर्चुअल टूर से संबंधित क्यूआर कोड भी जारी किया गया।