युवती के अपहरण की सूचना देने वाला व्यक्ति उसका पिता नहीं बल्कि प्रेमी है।छह माह से फोन पर युवती उससे बात कर रही थी।बीमार होने की जानकारी देकर बैंक खाते में 40 हजार रुपये मंगवा चुकी थी।जांच में सच्चाई पता चलने के बाद शिकायतकर्ता गुलरिहा पुलिस से माफी मांगने लगा।पूछताछ के बाद पुलिस ने चचेरे भाई के साथ घर भेज दिया।
बिहार की रहने वाली है युवती
बिहार, छपरा के मसरख थाना क्षेत्र अरना गांव निवासी 45 वर्षीय इस्लामुद्दीन ने मेडिकल कालेज पुलिस चौकी पहुंचकर सूचना दी थी कि शुभम हास्पिटल में उपचार कराने आई उनकी बेटी सहाना को बंधक बना लिया गया है।संचालक दो माह से हास्पिटल व अपने घर का काम करा रहे हैं। एसएसपी के निर्देश पर गुलरिहा थानेदार अमित दूबे ने सर्विलांस सेल की मदद से छानबीन शुरू की। शहर के कई हास्पिटल में जाकर छानबीन की लेकिन कुछ पता नहीं चला। मसरख पुलिस को मामले की जानकारी देते हुए इस्लामुद्दीन के घर भेजा तो भेद खुल गया। पता चला कि उसकी दो बेटियां है जो घर पर ही हैं। इसके बाद पुलिस ने कड़ाई से पूछताछ की तो इस्लामुद्दीन ने सच्चाई बता दी।
छह माह से संपर्क में थे दोनो
गुलरिहा थानेदार को उसने बताया कि वह दुबई में मजदूरी करता था। छह माह पहले फोन पर युवती से उसकी बातचीत शुरू हुई। तबीयत खराब होने की जानकारी देते हुए उपचार के लिए उसने रुपये मांगा करते हुए खाता नंबर मैसेज किया।हर्षित शाही नाम के व्यक्ति के खाते में वह अब तक 40 हजार रुपये भेजा चुका है। सोमवार को युवती से मिलने गोरखपुर आया तो उसने अपना मोबाइल बंद कर लिया। प्रभारी निरीक्षक गुलरिहा अमित दूबे ने बताया कि जिस खाते में इस्लामुद्दीन ने रुपये भेजे हैं वह किसका है इस बारे में जानकारी जुटाई जा रही है। एप के जरिए युवती फोन पर उससे बात करती थी। साइबर सेल व सर्विलांस की मदद से उसके बारे में छानबीन की जा रही है।