
-पुलिस ने घटना में संलिप्त दरोगा समेत पांच को किया गिरफ्तार -घटना में इस्तेमाल बोलेरो, लूटी गई नकदी व गहने बरामद
-डीआईजी/एसएसपी ने जोगेंद्र कुमार ने किया घटना का खुलासा
गोरखपुर। गोरखपुर के रेलवे बस स्टेशन से अगवा कर नौसड़ चौकी के पास ले जाकर महाराजगंज के दो व्यापारियों से नकदी व गहने समेत 30 लाख से अधिक के लूटकांड का पुलिस ने 24 घंटे के अंदर पर्दाफाश कर दिया। सनसनीखेज लूटकांड को किसी नकली वर्दीधारी गैंग ने नही बल्कि बस्ती जिले में तैनात दरोगा व सिपाहियों के असली पुलिस वालों के गैंग ने अंजाम दिया था। जिसे सुन सभी ने दातों तले उंगली दबा ली। सीसी कैमरे की फुटेज व सर्विलांस की मदद से गोरखपुर पुलिस ने गुरुवार की सुबह दारोगा समेत तीन आरोपितों को दबोच लिया। उनके कब्जे से घटना में इस्तेमाल हुई बोलेरो, लूटी गई रकम व गहने बरामद हुए। वारदात में शामिल एक अन्य सिपाही की तलाश चल रही है। डीआईजी/एसएसपी जोगेंद्र कुमार ने गुरूवार को पुलिस लाइन में आयोजित पत्रकार वार्ता में घटना से पर्दा हटाया।
उन्होने बताया कि महराजगंज जिले के निचलौल के निवासी सराफा कारोबारी तारकेश्वर वर्मा के भाई दीपक और दूसरे कारोबारी गौतम वर्मा के कर्मचारी रामू वर्मा बुधवार को गहनों की खरीददारी करने बस से लखनऊ जा रहे थे। दीपक के पास 11.10 लाख रुपये नकद व करीब पांच लाख रुपये का सोना व रामू के पास 6 लाख रुपये नकद व करीब 8 लाख रुपये सोना(जेवरात गलाकर तैयार किया गया सोना) था। दोनों एक ही बैग में रुपये व सोना लेकर जा रहे थे। गोरखपुर में रेलवे बस स्टेशन पर वर्दी में मिले दारोगा व दो सिपाहियों ने उन्हें पकड़ लिया। तस्करी करने का आरोप लगाते हुए उन्हें कार्मल स्कूल की तरफ ले गए। पूछताछ करने के बहाने वहां से टेंपों में बैठाकर नौसढ़ ले गए। जहां पिटाई करने के बाद गहने व रुपये से भरा बैग छीन लिया। कारोबारियों की तहरीर पर पुलिस ने तत्काल मुकदमा दर्ज कर मामले की छानबीन शुरू कर दी।
तो एसपी उत्तरी मनोज अवस्थी के नेतृत्व में एएसपी/सीओ कैम्पियरगंज सीओ क्राइम व सीओ कोतवाली समेत प्रभारी निरीक्षक कैण्ट, शाहपुर, राजघाट व पीपीगंज तथा स्वाॅट टीम को गठित कर बदमाशों की तलाश में लगा दिया गया था। पुलिस टीम ने रेलवे बस स्टेशन, कार्मल रोड, नौसढ़ व सहजनवां में सीसी कैमरे की जांच में मिले फुटेज के आधार पर टीम बस्ती पहुंची। सर्विलांस की मदद से पुरानी बस्ती थाने पहुंच घटना में इस्तेमाल बोलेरो के साथ ही वारदात को अंजाम देने वाले दारोगा व दो सिपाहियों को दबोच लिया। दीपक व रामू ने फोटो देखकर वारदात को अंजाम देने वाले दारोगा व सिपाहियों को पहचान लिया। घटना में बस्ती में तैनात दरोगा धर्मेंद्र यादव, कांस्टेबल संतोष यादव और कांस्टेबल महेंद्र यादव शामिल थे। धर्मेंद्र यादव गोरखपुर, महेंद्र गाजीपुर और संतोष जनपद मऊ का निवासी है। गोरखपुर पुलिस ने सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। इसके साथ ही घटना में वाहन चालक तथा देवेंद्र यादव तथा व्यापारी की सटिक मुखबिरी करने में शैलैष यादव व दुर्गेश अग्रहरी शामिल थे।पुलिस टीम ने इनके पास से19 लाख रूपये नकद तथा 345.5 ग्राम सोना के जेवरात व 4 किलो चांदी (अनुमानित कीमत लगभग 16 लाख रूपये) और घटना में प्रयुक्त बोलेरो भी बरामद किया। ———
लूट का खुलासा होने से परिजनों ने ली राहत की सांस
लूट के बाद दोनों कारोबारियों के परिजन सकते में आ गए थे। गुरुवार को पुलिस टीम द्वारा लूट का खुलासा किए जाने की सूचना पर रामू वर्मा व दीपक वर्मा के परिजनों ने राहत की सांस ली। दीपक के पिता राजनारायण ने पुलिस की कामयाबी की सराहना की है। उन्होंने बताया कि उनके बेटे के साथ हुई घटना से वे लोग अवसाद में थे। लेकिन जब लूट के खुलासा की सूचना मिली है तो जान में जान आई।———–
कोट : घटना का खुलासा करने वाली टीम को मिला 25 हजार का पुरष्कार
डीआइजी/एसएसपी जोगेंद्र कुमार ने बताया कि सनसनीखेज लूटकांड से व्यापारियों में भय का माहौल व्याप्त था। लेकिन पुलिस ने 24 घंटे के अंदर घटना में संलिप्त आरोपियों को गिरफ्तार कर श प्रतिशत बरामदगी कर दी। जो सराहनीय है। घटना का खुलासा करने वाली पुलिस टीम को 25 हजार से पुरष्कृत किया गया है। तथा पुलिस महानिदेशक उप्र द्वारा पुरस्कृत किए जाने हेतु अनुशंसा भी की जायेगी ।















