गौवंश आश्रय स्थल के बुरे हाल : चारा देने की बात छोड़िए शव दफनाने का भी वक्त नहीं साहब !

-कई दिन से मरे गौवंश कीचड़ में सड़ते रहे
-गंदगी से पटा परिसर, चारा पानी का भी प्रबंध नहीं

 
भास्कर ब्यूरो
कानपुर देहात। गौवंश आश्रय स्थल नहीं यातना स्थल कहिए साहब। गायें अगर बोल पातीं तो शायद चिल्ला चिल्ला कर यही कहतीं। चूंकि आश्रय स्थलों में बड़ी दुर्दशा है। गायें भूखे पेट रहने से लगातार कमजोर होकर मरती जा रही हैं। सरकार को जो रिपोर्ट जा रही है उसमें सब स्वस्थ हैं और भर पेट चारा खा रही हैं। खैर सरकारी नुमाइंदों को नौकरी बचाने के साथ अपना पेट भरने की भी चिंता है तो ऐसी रिपोर्ट तो जाएगी ही। संदलपुर ब्लाक के अगवासी गौवंश आश्रय स्थल की ऐसी तस्वीरें सामने आई हैं जिन्हें अगर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ देख लें तो गौवंश संरक्षण का उनका भ्रम चंद पलों में दूर हो जाएगा। सबसे बड़ी बात है जिम्मेदार अफसर इस पर जवाब देने से बचते रहे।
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कीचड़ में पड़े शव सड़ते रहे
संदलपुर के अगवासी गौवंश आश्रय स्थल में मंगलवार को बजरंग दल के कुछ कार्यकर्ता अचानक पहुंच गए। वहां की हालत देखकर दंग रह गए। परिसर में कीचड़ के बीच चार गायों के शव पड़े थे। उन पर मक्खियां भिनभिना रहीं थीं। उनके शवों में कीड़े पड़े थे। हालांकि पशु चिकित्सा विभाग ने दावा किया कि उनमें से दो गायें बेहोश थीं। उनका इलाज किया गया तो वो ठीक हो गई हैं। अगर अफसरों की ही मान ली जाए तो दो गायें मरी हैं। शव कीचड़ में पड़े सड़ते रहे उन्हें दफनाने में घोर लापरवाही की गई। वहां ज्यादातर गायें बेहद कमजोर नजर आ रही हैं। उन्हें देखकर साफ कहा जा सकता है कि चारा पानी का प्रबंध ठीक नहीं है।‌ इससे कई और गायें अंतिम सांसें गिन रही हैं। आश्रय स्थल में कुल 95 गौवंश दर्ज हैं।
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बदबू से बीमारी फैलने की आशंका

गायों के शव कीड़े पड़े होने से पूरे परिसर में बदबू फैली है। इससे अन्य गायों में संक्रमण और बीमार फैलने की आशंका बनी है। गांव तक बदबू से वहां आने जाने वाले किसान और ग्रामीण परेशान होते हैं। हैरानी की बात ये है कि गौशाला के केयरटेकर द्वारा सूचना देने के बावजूद कोई भी जिम्मेदार अधिकारी मौके पर नहीं पहुंचा। केयरटेकर ने बताया कि प्रधान, सचिव सबको सूचना दी थी लेकिन कोई नहीं आया। मामला जब सोशल मीडिया पर वायरल हुआ और उच्चाधिकारियों के संज्ञान में आया तब अफसर मौके पर पहुंचे। मृत गायों को दफनाने का प्रबंध किया। बीडीओ हरगोविंद गुप्ता ने छुट्टी पर होने की बात कह पल्ला झाड़ लिया। चूंकि डीडीओ सुनील तिवारी मौके पर गए थे इस बावत उनसे पक्ष जानने की कोशिश की गई तो छह बार काल रिसीव करके वह हर बार सिर्फ हेलो हेलो करते रहे।
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बयान-
अगवासी गौवंश आश्रय स्थल में गायों की मौत की सूचना पर डीडीओ को मौके पर भेजा गया है। जांच रिपोर्ट आने के बाद लापरवाही करने वालों पर कार्रवाई की जाएगी।-लक्ष्मी एन, सीडीओ

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