चकराता। जौनसार बावर क्षेत्र में अचानक मौसम ने शुक्रवार को करवट बदली ने से बारिश और बर्फबारी हुई, जिससे किसानों के चेहरे खिल गए।
शुक्रवार दोपहर बाद एकाएक आसमान में बादल छा जाने से कुछ देर बारिश हुई उसके बाद बर्फबारी शुरू हो गई। चकराता, नागथात, कथियान आदि क्षेत्रों की ऊंची पहाड़ियों पर बर्फबारी होने लगी। कोटी कनासर, लौहारी और लोखंडी समेत आस पास की ऊंची चोटियां बर्फ से ढक गईं। बारिश व बर्फबारी से तापमान में गिरावट आने से ठंड बढ़ गई। वहीं इस सीजन की तीसरी बर्फबारी से स्थानीय लोगों सहित पर्यटकों के चेहरे खिल गए हैं। चकराता और लोखंडी की ऊंची चोटियों पर एक फिट तक हिमपात हुआ है। इसके अलावा कालसी, साहिया, विकासनगर, हरबर्टपुर, डाकपत्थर, कटापत्थर आदि क्षेत्रों में सुबह से लेकर दोपहर तक धूप रही दोपहर बाद हल्की बारिश से मौसम ठिठुरन भरा हो गया।
यहां बर्फबारी से ढकीं चोटियां
मुंडाली, देववन, कथियान, प्यूनल, डेरसा, भरम, कुनैन, लोखंडी, कुराड़, कोटी कनासर, लोहारी, बुधेर, मोयला टॉप सहित कई स्थानों पर हिमपात हुआ है। चकराता बाजार में तीन इंच और ऊंची चोटियों में एक फिट से अधिक बर्फबारी हुई है। लोखंडी, शिलगूर चोटी व नगाह डांडा में भी जमकर बर्फबारी हुई।
बारिश से फसलों को होगा फायदा
इस मौसम में हो रही बारिश से मटर और गेंहू की फसल को फायदा होगा। खासकर जौनसार बावर क्षेत्र में फसलें बारिश पर निर्भर हैं। किसानों का कहना है कि बारिश उनकी फसलों के लिए फायदेमंद साबित होगी। किसान प्रदीप सिंह, हरदयाल सिंह, विजयपाल, गोविंदराम आदि का कहना है कि इस बार गेंहू के बजाए अधिकतर किसानों ने मटर की बुआई की है। बारिश नहीं होने से फसल खराब हो रही थी। एके शर्मा कृषि विज्ञान केंद्र ढकरानी प्रभारी ने कहा कि बारिश से मटर का उत्पादन बढ़ेगा। वहीं अन्य फसलों को भी बर्फबारी का फायदा मिलेगा।
अचानक हुई बर्फबारी के पर्यटकों ने लिए मजे
मसूरी। पहाड़ों की रानी मसूरी में मौसम का सातवां बर्फबारी हो गया, हालांकि सुबह कड़ाके की सर्दी थी लेकिन मौसम साफ था लेकिन दोपहर बाद मौसम बिगड़ा व तीन बजे अचानक बर्फबारी शुरू हो गया। जिससे यहां आये पर्यटकों में खुशी छा गई, वहीं स्थानीय नागरिकों की मुसीबत बढ़ गई।
पहाड़ों की रानी में अचानक मौसम का सातवां व फरवरी में दूसरा बर्फबारी हो गया जबकि जनवरी में पांच बार हिमपात हुआ। अचानक बर्फबारी होने से यहां आये पर्यटकों की खुशी का ठिकाना नहीं रहा व वे होटलों व कमरों से बाहर आ गये व बर्फबारी का आनंद लेने लगे, वहीं स्थानीय नागरिक लगातार हो रहे हिमपात से परेशान हो गये हैं। सुबह कड़ाके की सर्दी थी लेकिन मौसम खुला था लेकिन दोहपर बाद अचानक मौसम खराब हुआ और सीधे हिमपात शुरू हो गया। लोगों को उम्मीद नहीं थी कि इतनी जल्दी बर्फ पड़ जायेगी। बर्फ पड़ने से सबसे अधिक परेशानी स्कूली बच्चों को हो गई। बच्चे स्कूलों में ही फंस गये व उन्हें पैदल आने पर मजबूर होना पड़ा। ऐसे में वाहन चलाना भी खतरे से खाली नहीं है। बर्फ पड़ने से एक बार फिर जनजीवन प्रभावित हो गया। लोगों का कहना है कि इस बार लगातार हो रहे हिमपात ने दो दशक का रिकार्ड तोड़ दिया है।