गैरसैंण। जिला विकास प्राधिकरण को हटाए जाने, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में चिकित्सकों की नियुक्ति, राजकीय महाविद्यालय में प्रवक्ताओं की नियुक्ति सहित एमएससी कक्षाओं का संचालन व नगर पंचायत द्वारा व्यापारी लाइसेंस शुल्क में संशोधन किए जाने सहित चार सूत्रीय मांगों को लेकर शनिवार से व्यापार संघ अध्यक्ष द्वारा भूख हड़ताल शुरू कर दी गई है।
पूर्व तय कार्यक्रम के अनुसार शनिवार को व्यापारियों ने मांगो के समर्थन में सुबह से दोपहर दो बजे तक पूर्ण रूप से अपने व्यपारिक प्रतिस्ठान बंद रखे। नगरवासियों ने सुबह गाजे-बाजों के साथ मांगो के समर्थन में नारेबाजी करते हुए मुख्य बाजार से डाक बंगला व तहसील होते हुए रामलीला मैदान तक जोरदार प्रदर्शन किया। इस दौरान वक्ताओं ने कहा कि जिला विकास प्राधिकरण पहाड़ की जनता पर जबरदस्ती थोपा गया काला कानून है उन्होंने कहा कि पहाड़वासी इस काले कानून से त्रस्त नजर आ रहे हैं व प्लायन करने को मजबूर हैं। प्राधिकरण आखिर है क्या ना तो गैरसैंण में प्राधिकरण कार्यालय है ना ही कर्मचारी जो कि आवेदकों को प्राधिकरण की स्थिति व कमियां बता सके। वहीं व्यापार संघ अध्यक्ष ने कहा कि मकान का नक्शा पास करवाने के लिए गरीब जनता से 50 से 60 हजार रुपये तक वसूले जा रहे हैं। वही पुराने भवन मालिकों को भी नोटिस भेजा जा रहा हैं व चालान किये जा रहे हैं। इसके अलावा धड़ल्ले से वसूली का खेल चल रहा है। व्यापारियों व नगर वासियों ने प्रदेश सरकार से जनहित में विकास प्राधिकरण को हटाये जाने व अन्य मांगों को माने जाने की मांग की है। इस मौके पर वयापार संघ महामंत्री मुकेश ढोड़ियाल कोषाध्यक्ष सुरेश साह, महिला मंगल दल सुनारगांव, तोल्यू, धारगैड, कोलियाणा, गैड़, सलियाणा, गैरसैंण सहित सैकड़ों की संख्या में व्यापारी व नगरवाशी मौजूद रहे।
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