
जेल में बना हाई प्रोफाइल चोर गिरोह जेल के मुलाकाती रिकार्ड से ही पकड़ाया
भोपाल (ईएमएस)। राजधानी की गांधी नगर पुलिस ने एक चोर गिरोह के तीन ऐसे आरापियो को गिरफ्तार किया है, जिन्होनें जेल के अंदर हुई पहचान के बाद अपना गिरोह बनाया था। गिरोह का मास्टरमांइड बेंगलुरू से चोरी करने के लिये फ्लाइट से भोपाल आता और वारदात के बाद फ्लाइट से ही वापस लौट जाता था।
शातिर आरोपी पुलिस की पकड़ से बचने के लिये अपने पास मोबाइल फोन भी नहीं रखते थे। लेकिन इतनी चालाकी के बाद भी बदमाश जेल मुलाकातियों के रिकार्ड से मिले सुरागो के आधार पर पुलिस के हत्थे चंढ़ गये। पुलिस ने फिलहाल आधा दर्जन वारदातों का खुलासा करते हुए गिरोह की निशानदेही पर 13 लाख से अधिक का माल बरामद किया है। थाना पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक 11 और 12 फरवरी के बीच जेल रोड स्थित मैपल ट्री कॉलोनी में अज्ञात बदमाशो ने एक साथ 3 मकानों को अपना निशाना बनाकर ताले चटकाते हुए लाखों रुपए का माल चोरी किया था। आरोपियो की पहचान जुटाने के लिये टीम ने घटना स्थल के आसपास लगे सीसीटीवी फूटेज खंगाले तो उसे गाँधी नगर इलाके सहित भोपाल शहर के कई अन्य थाना इलाको में चोरी की वारदातें कर चुका सदेंही नयाज उर्फ नियाज पुत्र फैयाज (42) निवासी शिवाजी नगर तिमैया थाना खलपाड़ा बैंगलोर कर्नाटक चिन्हित हुआ। पुलिस ने जब उसकी जानकारी जुटाई तो उसके पास कोई भी मोबाईल नंबर नही मिल पाने से जानकारी नहीं मिल सकी। वह पहले भोपाल जेल में बंद रह चुका था। इसके बाद पुलिस ने उसकी गिरफ्तारी के लिए यह जानकारी जुटाई की जेल में बदं रहने के दौरान उससे मुलाकात करने के लिये कौन-कौन आता था। मुलाकातियो की छानबीन में पुलिस को जेल रिकार्ड से पता चला कि नयाज के जेल मे बंद रहने के दौरान आबिद पुत्र अजीज (47) निवासी थाना आष्टा सीहोर मध्य प्रदेश प्रमुख रुप से आरोपी से मिलने आता रहता था। पुलिस ने आबिद को आष्टा सीहोर से हिरासत में लेकर पूछताछ की तब उसने चोरी की एक वारदात के जेवरात बेचने के लिये नयाज और राजू खत्री पुत्र भँवरलाल खत्री (52) निवासी ग्राम बरैला लालघाटी के पास कोहेफिजा से मिलने की बात बताई। उससे हुए खुलासे के बाद पुलिस ने घेराबंदी कर नयाज और राजू को भी गिरफ्तार कर लिया। गिरोह से पूछताछ में खुलासा हुआ कि उन्होनें गाँधी नगर थाना एयरपोर्ट रोड पर चोरी की वारदातो के साथ ही थाना तलैया में एक नकबजनी और थाना कोलार की वाहन चोरी की दो वारदातो को अंजाम दिया था। राजू खत्री चोरी के माल को ठिकाने लगाने में आबिद की मदद करता था। वहीं नियाज वारदात के लिये फ्लाइट से भोपाल आना जाना करता था। शातिर गिरोह पुलिस से बचने के लिए वारदात के दौरान मोबाइल फोन साथ नहीं रखते थे। इतना ही नहीं वारदात के दौरान चोरी की बाइके प्रयोग करते थे। पुलिस ने आरोपियों के कब्जे से कोलार इलाके से चोरी गई दो बाइक, जेवरात सहित लाखो का माल बरामद किया है। आरोपियो से अन्य वारदातो के बारे में भी पूछताछ की जा रही है।