
Jammu & Kashmir: जम्मू-कश्मीर में इस समय सुरक्षा बलों के लिए चुनौतीपूर्ण दौर जारी है, जहां एक ओर पाकिस्तान से घुसपैठ की कोशिशें लगातार जारी हैं, वहीं दूसरी ओर आतंकवादी समूहों के खिलाफ चलाए गए बड़े अभियानों में भी महत्वपूर्ण सफलताएं प्राप्त हुई हैं. इन दोनों घटनाओं से न केवल क्षेत्र की सुरक्षा को लेकर चिंता बढ़ी है बल्कि सुरक्षा बलों की ओर से किए गए संघर्ष भी अपने सख्त रवैये और साहस को उजागर करते हैं.
अखनूर में पाकिस्तानी घुसपैठियों के साथ मुठभेड़
जम्मू-कश्मीर के अखनूर इलाके में सुरक्षा बलों और पाकिस्तानी घुसपैठियों के बीच हुई एक मुठभेड़ में सेना के एक अधिकारी गंभीर रूप से घायल हो गए थे. इस मुठभेड़ के दौरान सुरक्षा बलों ने पाकिस्तानी घुसपैठियों के एक समूह को घेर लिया था, जिससे दोनों पक्षों के बीच भारी गोलीबारी हुई. अधिकारी को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती किया गया, लेकिन उनकी गंभीर चोटों के कारण उनकी मौत हो गई. यह घटना जम्मू-कश्मीर के लिए एक और चेतावनी है कि सीमा पर पाकिस्तान से लगातार घुसपैठ की कोशिशें जारी हैं, और सुरक्षा बलों को हर पल सतर्क रहना पड़ता है.
किश्तवाड़ में मारे गए दो आतंकवादी, एक शीर्ष कमांडर भी ढेर
वहीं जम्मू-कश्मीर के किश्तवाड़ जिले में जारी एक बड़े अभियान में सुरक्षा बलों ने दो आतंकवादियों को ढेर कर दिया. ये आतंकवादी पाकिस्तान स्थित जैश-ए-मोहम्मद (जेईएम) संगठन से जुड़े हुए थे. इस अभियान में एक शीर्ष आतंकवादी कमांडर सैफुल्लाह भी मारा गया, जो पिछले एक साल से चेनाब घाटी क्षेत्र में सक्रिय था. ये आतंकवादी जम्मू-कश्मीर के बर्फीले इलाकों में छिपे हुए थे और सेना ने उन्हें ढूंढ निकाला. मारे गए आतंकवादियों में एक और आतंकवादी था, जिसे एक दिन पहले ही ढेर कर दिया गया था. सुरक्षा बलों के मुताबिक, यह अभियान उधमपुर जिले के बसंतगढ़ और रामनगर इलाकों में चल रहे एक बड़े ऑपरेशन का हिस्सा था, जिसमें तीन और आतंकवादियों का एक समूह पकड़ा जाना था. इन क्षेत्रों में सुरक्षा बलों द्वारा लगातार खोजबीन जारी है और अब तक की कार्रवाई में कई आतंकवादियों को निशाना बनाया गया है.
सुरक्षा बलों की कार्रवाई और सफलता
यह घटनाएं यह साबित करती हैं कि जम्मू-कश्मीर में सुरक्षा बलों की निगरानी और संघर्ष लगातार बढ़ रही है. सीमा पार से घुसपैठ की कोशिशों को नाकाम करने के लिए सेना अपनी पूरी ताकत लगा रही है. वहीं, आतंकवादियों के खिलाफ चल रहे अभियानों में भी लगातार सफलता मिल रही है. हालांकि यह संघर्ष बहुत कठिन और खतरनाक है, लेकिन इन अभियानों के जरिए सुरक्षा बल यह सुनिश्चित करने में लगे हैं कि घाटी में शांति और सुरक्षा बनी रहे.