
पाकिस्तानी ड्रोन हमले को विफल किए जाने के बाद राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में सुरक्षा एजेंसियों ने हाई अलर्ट जारी कर दिया है. भारत-पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव और पाकिस्तान की ओर से लगातार हो रही घुसपैठ की कोशिशों के बीच दिल्ली समेत कई सीमावर्ती जिलों में जबरदस्त सायरन बजे, धमाकों जैसी आवाजें सुनाई दीं और ब्लैकआउट की स्थिति पैदा हो गई. सबसे प्रतिष्ठित स्थल इंडिया गेट के पास मौजूद लोगों को पुलिस ने हटाकर इलाके की घेराबंदी कर दी है.
इंडिया गेट पर बढ़ाई गई सुरक्षा
दिल्ली पुलिस ने युद्ध स्मारक इंडिया गेट और उसके आसपास के इलाकों में सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत करते हुए लोगों को वहां से हटने के निर्देश दिए हैं. यातायात को भी नियंत्रित किया गया है ताकि किसी भी आपात स्थिति में तुरंत प्रतिक्रिया दी जा सके. सरकार के सेवा विभाग ने सभी कर्मचारियों की छुट्टियों पर रोक लगा दी है और उन्हें अलर्ट पर रखा गया है.
रात भर चले सुरक्षा समीक्षा बैठकें
दिल्ली के सभी जिलाधिकारियों और पुलिस उपायुक्तों ने रातभर अपने क्षेत्रों में कानून व्यवस्था की समीक्षा की. स्वास्थ्य और आपदा प्रबंधन विभाग को भी किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए तैयार रहने को कहा गया है. दिल्ली सरकार ने सभी अस्पतालों को तैयार रहने का निर्देश दिया है. एक अधिकारी ने कहा, “हम त्वरित प्रतिक्रिया प्रणाली की समीक्षा कर रहे हैं और कमजोरियों की पहचान कर रहे हैं.”
पाकिस्तानी हमलों को भारत ने किया नाकाम
सूत्रों के अनुसार, पाकिस्तान ने कल रात जम्मू, श्रीनगर, पठानकोट, अमृतसर, जालंधर, भटिंडा और भुज सहित कई भारतीय ठिकानों को निशाना बनाने की कोशिश की थी, जिसे भारतीय वायु रक्षा प्रणाली ने सफलतापूर्वक विफल कर दिया. साथ ही, भारत की ओर से जवाबी कार्रवाई में लाहौर के पास स्थित पाकिस्तानी वायु रक्षा प्रणाली को भी नष्ट कर दिया गया है.
भीड़भाड़ वाले इलाकों में हाई सिक्योरिटी
दिल्ली के मॉल, बाजार, मेट्रो स्टेशन, हवाई अड्डे, होटल और रिहायशी कॉलोनियों में सुरक्षा बलों की तैनाती बढ़ा दी गई है. मयूर विहार मेट्रो स्टेशन पर विशेष जांच अभियान चलाया गया, जिसमें सीआईएसएफ के कर्मियों को सतर्क किया गया और समन्वय बैठक आयोजित की गई. स्टेशन पर लगे 41 सीसीटीवी कैमरों से लगातार निगरानी की जा रही है.
बम निरोधक दस्ते भी तैनात
बम निरोधक दस्तों ने शहर के कई इलाकों में तोड़फोड़ विरोधी जांच की. डीसीपी (दक्षिण-पश्चिम) सुरेन्द्र चौधरी ने बताया कि मॉल, होटल और अन्य भीड़भाड़ वाले स्थानों पर विशेष निगरानी रखी जा रही है. सीमावर्ती क्षेत्रों में आने-जाने वाले हर वाहन की सख्ती से जांच की जा रही है ताकि कोई भी संदिग्ध गतिविधि समय रहते पकड़ी जा सके.