गोरखपुर शहर के पांच चौराहे जल्द ही सुंदर नजर आएंगे। चौराहों के सुंदरीकरण के साथ ही ऐसी व्यवस्था की जाएगी कि यहां जाम भी नहीं लगेगा। चौराहों से गुजरने वाली गाड़ियां आसानी से निकल सकेंगी। इसके लिए कार्ययोजना बनाने की जिम्मेदारी गोरखपुर विकास प्राधिकरण (जीडीए) ने कंसलटेंसी फर्म इंसीड को दी है। फर्म की ओर से शास्त्री चौक के सुंदरीकरण का प्रस्तुतीकरण भी दिया जा चुका है। पांच चौराहों को संवारने पर करीब 25 करोड़ रुपये खर्च होंगे।
जीडीए ने निजी फर्म को कार्ययोजना बनाने की दी जिम्मेदारी
शहर में जाम की समस्या का स्थायी हल निकालने के लिए कई तरह की योजनाएं बनाई जा रही हैं। इसी क्रम में चौराहों का सुंदरीकरण करने का प्रस्ताव भी तैयार किया गया है। जीडीए द्वारा शास्त्री चौक, गोलघर चौराहा, अंबेडकर चौराहा, टाउनहाल चौराहा एवं विजय चौराहा का सुंदरीकरण किया जाएगा। ये चौराहे वाणिज्यिक गतिविधियों एवं सड़क किनारे अतिक्रमण के कारण अत्यधिक भीड़भाड़ वाले हैं। फर्म ने इनमें से अधिकतर चौराहों को खराब स्थिति में पाया है। यहां आधारभूत संरचना का अभाव है और रखरखाव भी न के बराबर है। चौराहों पर ट्रैफिक सिग्नल की जरूरत होती है लेकिन अधिकतर पर ट्रैफिक सिग्नल भी नहीं है।
किए जाएंगे इस तरह के सुधार
चौराहों से दूर आटोरिक्शा, दो पहिया, ई रिक्शा एवं कार की पार्किंग की व्यवस्था की जाएगी। इन चौराहों पर अभी सवारी उतारने एवं बैठाने के लिए कोई जगह निश्चित नहीं है, कार्ययोजना में इसे भी शामिल किया जा रहा है। स्ट्रीट वेंडिंग क्षेत्र का भी अभाव है, इसकी व्यवस्था भी बनाई जाएगी।
चौराहों की आकृति को लेकर भी बदलाव किया जाएगा। चौराहों के बीच बनाई गई गोलंबर को बड़ा किया जाएगा, जिससे गाड़ियां आसानी से निकल सकें। लोगों के पैदल चलने के लिए पैडस्ट्रियन पाथ वे बनाया जाएगा। गाड़ियों के लिए अलग लेन बनाने का भी प्रस्ताव है, जिससे आमने-सामने गाड़ियां न आ सकें।
सभी चौराहों पर होगी हरियाली
सभी चौराहों को इस तरह से डिजाइन किया जाएगा कि वहां हरियाली हो, जिससे उनकी सुंदरता बढ़ सके। पक्के निर्माण से अधिक मिट्टी के कार्य किए जाएंगे। यातायात को सुगम बनाने वाली लाइटें लगाई जाएंगी।
शहर के एक दर्जन चौराहों का सुंदरीकरण किया जाना है। पहले चरण में पांच चौराहों का काम किया जाएगा। इसके लिए कंसलटेंट फर्म को कार्ययोजना बनाने की जिम्मेदारी दी गई है। जल्द ही इसपर काम शुरू कर दिया जाएगा। – प्रेम रंजन सिंह, उपाध्यक्ष जीडीए।