जानिए क्या है Signal ऐप क्या है जिसपर लीक हुआ ट्रंप का टॉप सीक्रेट प्‍लान, क्या इसे हैक किया जा सकता है?

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की शीर्ष खुफिया टीम द्वारा एक मैसेजिंग ऐप पर यमन में हूतियों के खिलाफ किए जाने वाले हमलों को लेकर टॉप सीक्रेट प्‍लान लीक होने के मामले में अमेरिकी सीनेटरों ने तीखी पूछताछ की है. इस खुलासे ने राष्ट्रीय सुरक्षा विशेषज्ञों और डेमोक्रेट्स को नाराज़ कर दिया है और यह सवाल खड़ा किया है कि गोपनीय जानकारी को और गोपनीय रखने के लिए क्‍या किया जाए.

इस बीच, अटलांटिक पत्रिका के प्रधान संपादक जेफरी गोल्डबर्ग ने खुलासा किया कि 13 मार्च को उन्हें अचानक “Houthi PC small group” नामक एन्क्रिप्टेड चैट ग्रुप में जोड़ा गया. यह ग्रुप Signal मैसेजिंग ऐप पर बना हुआ था और अमेरिका के यमन में हूतियों पर सैन्य अभियानों को कोऑर्डिनेट कर रहा था.

हालांकि, राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद के प्रवक्ता ब्रायन ह्यूजेस ने कहा कि यह ग्रुप वास्तविक लग रहा है. उधर व्हाइट हाउस ने इस मामले की जांच शुरू कर दी है कि गोल्डबर्ग का नंबर ग्रुप में कैसे जोड़ा गया. तो आखिर यह सिग्‍नल ऐप है क्‍या, कैसे काम करता है और क्‍या इसे हैक किया जा सकता है. यहां जानिए हर सवाल का जवाब… 

Signal ऐप क्या है?

Signal एक एन्क्रिप्टेड मैसेजिंग ऐप है जिसका उपयोग वीडियो, कॉल, डायरेक्ट मैसेजिंग और ग्रुप चैट्स के लिए किया जाता है. व्‍हाट्सऐप की तरह ही यह ऐप एंड-टू-एंड एन्क्रिप्शन तकनीक का उपयोग करता है, जिससे बाहरी लोग संदेशों या कॉल्स को सुन या देख नहीं सकते.

  • एन्क्रिप्शन सिस्टम: यह ओपन-सोर्स है, यानी कोई भी इसे जांच, उपयोग और संशोधित कर सकता है.
  • डेटा सुरक्षा: ऐप डिफ़ॉल्ट रूप से एन्क्रिप्शन प्रदान करता है, जबकि Telegram जैसे अन्य ऐप में इसे मैन्युअली सक्षम करना पड़ता है.
  • ग्रुप चैट: Signal पर 1,000 लोगों तक के ग्रुप बनाए जा सकते हैं और संदेशों को एक निर्धारित समय के बाद स्वतः हटाने का विकल्प भी मिलता है.   

क्या Signal को हैक किया जा सकता है?

Signal खुद को सबसे सुरक्षित मैसेजिंग सर्विस बताता है और एक्‍सपर्ट्स का भी मानना है कि यह ट्रेडिशनल मैसेजिंग सर्विसेस से अधिक सुरक्षित है. हालांकि, इसे पूरी तरह से हैक नहीं किया जा सकता, लेकिन कुछ तरीकों से इसका दुरुपयोग संभव है.

व्हाइट हाउस के पूर्व राष्ट्रीय सुरक्षा अधिकारी ने बताया कि सरकारी अधिकारियों को इस ऐप का सीमित उपयोग करने की सलाह दी जाती थी. उन्होंने यह भी बताया कि Signal का उपयोग आमतौर पर गोपनीय संदेशों को अन्य सुरक्षित चैनलों पर देखने के लिए अलर्ट भेजने के लिए किया जाता था.

गोल्डबर्ग की रिपोर्ट के अनुसार, कुछ मैसेज एक सप्ताह बाद ऑटो डिलीट होने के लिए सेट किए गए थे, जबकि कुछ चार सप्ताह बाद डिलीट होते थे. 

Signal ग्रुप में कैसे जोड़े जाते हैं नए मेंबर?

  • Signal ऐप के मुताबिक, ग्रुप एडमिन यह तय कर सकते हैं कि नए सदस्यों को कौन जोड़ सकता है.
  • “Add Members” ऑप्शन : यूजर अपने कॉन्टैक्ट लिस्ट या फोन नंबर के माध्यम से किसी को ग्रुप में जोड़ सकते हैं.

क्या सरकारी एजेंसियों में Signal का उपयोग कानूनी है?

सीआईए निदेशक जॉन रैटक्लिफ ने सीनेट इंटेलिजेंस कमेटी की सुनवाई में कहा कि Trump प्रशासन से पहले ही एजेंसियों में Signal का उपयोग कानूनी और स्वीकार्य था.

Signal ऐप किसने बनाया?

Signal ऐप को 2012 में मोक्सी मार्लिनस्पाइक और व्हिटेकर ने स्थापित किया था. 2018 में, WhatsApp के सह-संस्थापक ब्रायन एक्टन और मोक्सी मार्लिनस्पाइक ने मिलकर Signal Foundation की स्थापना की. एक्टन ने 50 मिलियन डॉलर का शुरुआती निवेश किया. उन्होंने 2017 में WhatsApp छोड़ दिया था, क्योंकि वे यूज़र डेटा और टार्गेटेड विज्ञापनों के उपयोग को लेकर असहमत थे.

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