भई एक बार सब्जी के बिना भले ही काम चल जाए लेकिन अगर दाल न हो तब लगता है खाने में बहुत कुछ मिसिंग है। दालें सिर्फ हमारे लंच और डिनर को ही पूरा नहीं करती बल्कि ये सेहत के लिए भी कई जरूरी न्यूट्रिशन की पूर्ति करती हैं इसलिए आपको इनका रोजाना किसी न किसी रूप में सेवन करना चाहिए। वैसे तो ज्यादातर घरों में रोटी या चावल के साथ खाने के लिए पानी वाली दाल ही बनाई जाती है लेकिन आप इनसे अलग-अलग तरह की सब्जियां, चीला या अंकुरित करके सलाद के रूप में भी खा सकते हैं। तो आइए फटाफट से एक नजर डाल लेते हैं दाल से होने वाले कुछ फायदों के बारे में…
अरहर दाल के फायदे
यह दाल कई सारे न्यूट्रिशन के साथ ही फाइबर से भी भरपूर होती है। जिसके खाने से पेट लंबे समय तक भरा रहता है जो वजन कम करने की प्रक्रिया में बहुत ही अहम होता है। इसके अलावा इसमें मौजूद एंटीऑक्सीडेंट एंजाइम फ्री रेडिकल्स के असर को कम कर हृदय रोग की संभावनाओं को भी कम करता है।
मसूर दाल के फायदे
मसूर की दाल से डायबिटीज़, मोटापा, कैंसर और हार्ट प्रॉब्लम्स जैसी कई समस्याएं दूर होती हैं। पोषक तत्वों की उच्च मात्रा लिए पॉलीफेनोल्स और अन्य बायोएक्टिव तत्वों से भरपूर यह दाल खाने के अलावा दवाइयों के लिए भी इस्तेमाल की जाती है।
मूंग दाल के फायदे
मूंग दाल फाइबर और प्रोटीन का एक अच्छा स्रोत है। सेहत के लिए जरूरी फ्लेवोनोइड्स, फेनोलिक एसिड, कार्बनिक एसिड, अमीनो एसिड, कार्बोहाइड्रेट और लिपिड जैसे पोषक तत्वों की अच्छी खासी मात्रा पाई जाती है। जो कई बीमारियों को दूर करने में मददगार होते हैं।
उड़द दाल के फायदे
उड़द दाल पाचन के लिए बहुत ही अच्छी होती है क्योंकि इसमें भरपूर मात्रा में फाइबर मौजूद होता है। जो कब्ज और अन्य पेट संबंधी समस्याओं को दूर रखता है। इसके अलावा यह हड्डियों को मजूबत बनाता है साथ ही डायबिटीज़, मुंहासों जैसी समस्या में भी लाभकारी है।
चने की दाल के फायदे
चना दाल जिंक, प्रोटीन, कैल्शियम व फोलेट का बेहतरीन सोर्स होती है। इस दाल में फैट कम होता है जिससे वजन कम करने वालों के लिए ये बहुत ही फायदेमंद है। चना डाल में मौजूद एमीनो एसिड कोशिकाओं को मजबूत बनाता है। डायबटीज मरीज़ों के लिए यह दाल बहुत अच्छी मानी जाती है। चना दाल में आयरन, प्रोटीन जैसे तत्व भी होते हैं जो हीमोग्लोबिन की समस्या से बचाते हैं।