वॉशिंगटन । अमेरिका के राष्ट्रपति चुनाव में डोनाल्ड ट्रंप को ऐतिहासिक जीत ने सभी को चौंक दिया है। इसके बाद से लगातार उन्हें दुनिया भर के नेताओं का बधाई संदेश मिल रहा है। साथ ही ट्रंप अपनी प्रशासनिक टीम बनाने के लिए अधिकारियों को चुनने में जुटे हैं। ट्रंप नई टीम बनाने में बिल्कुल भी समय नहीं बर्बाद कर रहे हैं। ट्रंप ने अमेरिका पहले का नारा दिया है। इसके बाद वे इसतरह के लोगों को चुन रहे हैं, जिनके जरिए वह अपनी नीतियों को सीमा, व्यापार, अर्थव्यवस्था और अन्य क्षेत्रों में लागू कर सकें। अमेरिकी मीडिया में ट्रंप के करीबियों के हवाले से कुछ नाम सामने आ रहे है। जिनके बारे में हम इस रिपोर्ट में ज्रिक कर रहे है।
ट्रंप की नई सरकार में पीट हेगसेथ को रक्षा मंत्री, जॉन रैटक्लिफ को सीईए प्रमुख, माइक हुकाबी को इजरायल के राजदूत, विवेक रामास्वामी और एलन मस्क को सरकारी दक्षता विभाग, सूसन विल्स को व्हाइट हाउस की चीफ ऑफ स्टाफ, माइक वाल्ट्स को राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार, टॉम होमन को बॉर्डर सुरक्षा, एलिस स्टेफानिक को संयुक्त राष्ट्र में राजदूत, स्टीफन मिलर को डिप्टी चीफ ऑफ स्टाफ फॉर पॉलिसी और ली जेल्डिन को पर्यावरण संरक्षण एजेंसी का जिम्मा सौंपा जा सकता है।
ट्रंप ने घोषणा की कि टेस्ला के मालिक एलन मस्क और भारतीय-अमेरिकी उद्यमी विवेक रामास्वामी ‘डिपार्टमेंट ऑफ गवर्नमेंट एफिशिएंसी’ (सरकारी दक्षता विभाग) या डीओजीई का नेतृत्व करने वाले है। ट्रंप ने घोषणा की, ‘मुझे यह एलान करते हुए खुशी हो रही है कि मस्क, अमेरिकी देशभक्त रामास्वामी के साथ मिलकर ‘डिपार्टमेंट ऑफ गवर्नमेंट एफिशिएंसी’ (डीओजीई) का नेतृत्व करने वाले है। रामास्वामी अगले साल 20 जनवरी से प्रभावी हो रहे ट्रंप प्रशासन में किसी पद पर नियुक्त किए जाने वाले पहले भारतीय-अमेरिकी हैं।
ट्रंप ने कहा, कि रिपब्लिकन नेताओं ने लंबे समय से डीओजीई का सपना देखा है। ‘डिपार्टमेंट ऑफ गवर्नमेंट एफिशिएंसी’ सरकार को बाहर से सलाह और मार्गदर्शन प्रदान करेगा तथा बड़े पैमाने पर संरचनात्मक सुधार लाने के लिए व्हाइट हाउस और प्रबंधन एवं बजट कार्यालय के साथ साझेदारी करेगा तथा सरकार में ऐसा उद्यमशील दृष्टिकोण पैदा करेगा जो पहले कभी नहीं देखा होगा।