मसूरी। गत माह जिलाधिकारी की बैठक का विभागों पर कोई असर नहीं हो रहा है, जबकि विभागों को किसी भी कार्य में कोताही न बरतने के निर्देश दिए गये थे व कार्य में लापरवाही बरतने पर अधिकारियों व विभागीय कर्मचारियों पर कड़ी कार्यवाही की चेतावनी दी गई थी।
गत माह नगर पालिका परिषद सभागार में तत्कालीन जिलाधिकारी सी रविशंकर ने पर्यटन सीजन से जुड़े विभागों की समीक्षा बैठक ली थी जिसमें उन्होंने समस्याओं को सुना व विभागीय अधिकारियों को 31 जनवरी तक कार्य पूरा करने के निर्देश दिए थे जिससे विभागीय अधिकारियों में हड़कंप मच गया था। इसी कड़ी में जिलाधिकारी ने लोक निर्माण विभाग को सड़कों के किनारे निर्माण सामग्री से अतिक्रमण हटाने को कहा था व स्पष्ट निर्देश दिए थे कि 31 जनवरी तक सभी मार्गों से रोड के किनारे मलवा व निर्माण सामग्री को हटवा दें व जो नहीं हटाता उसे विभाग स्वयं हटाये व उनका चालान किया जाय। शुरू में तो लोनिवक ने जेसीबी लगाकर मलवा व निर्माण सामग्री हटाना शुरू किया लेकिन जिलाधिकारी के स्थानांतरण के बाद से कार्य में शिथिलता बरतनी शुरू कर दी परिणाम स्वरूप पुनः सभी मार्गों के किनारे निर्माण सामग्री के ढेर लगने शुरू हो गये। खास कर पिक्चर पैलेस किंक्रेग मार्ग पर कई स्थानों पर निर्माण सामग्री के ढेर लगे हैं जिससे दुर्घटना का खतरा बना हुआ है। अब नये जिलाधिकारी आशीष श्रीवास्तव आये है अब देखना है कि वह इस दिशा में कार्रवाई करते हैं या नहीं। वहीं जो हर माह विभागों की बैठक कर कार्य प्रगति की जानकारी देनी थी अब वह हो पाती है या नहीं यह आने वाला समय बतायेगा। मालूम हो कि सड़कों पर निर्माण सामग्री डालने की कई बार शिकायतें की गई लेकिन किसी ने संज्ञान नहीं लिया लेकिन जब संज्ञान लिया जो जिलाधिकारी का स्थानांतरण हो गया। यही नहीं मसूरी में हो रहे निर्माण का मलवा भी मार्गों से खड्डों में डाला जा रहा है जिससे वन संपदा को भारी नुकसान हो रहा है।
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