ढोल दमाऊ संघ ने वंचितों के नाम संस्कृति निदेशालय में पंजिकृत करने की मांग


ढोल दमाऊ की राज्य स्तरीय प्रतियोगिता सूची में सम्मिलित करने को दिया ज्ञापन


रवांई घाटी पुरोला व मोरी ढोल दमाऊ वादक संघ के वंचितों को सूची में पंजीकृत करने की मांग


पुरोला। रवांई घाटी ढोल दमाऊ वादक संघ ने संस्कृत निदेशालय में पंजीकृत करने व राज्य स्तरीय ढोल दमाऊ बादक प्रतियोगिता 2020-21 में सम्मिलित होने से वंचितों को सूची में शामिल करनें की मांग की है।


रवांई घाटी के पुरोला व मोरी वादक संगठन ने मंगलवार  को उपजिलाधिकारी सोहन सिंह सैनी के माध्यम से महानिदेशक संस्कृत विभाग उत्तराखंड के नाम ज्ञापन सौंप कर वंचित वादकों के नाम सूची में शामिल करनें की मांग की।  

ज्ञापन कहा गया है कि उत्तराखंड संस्कृत महा निदेशालय के माध्यम से 2020-21 में आयोजित राज्यस्तरीय वादक प्रतियोगिता में शामिल होने को आवेदन मांगे गए थे किंतु पुरोला-मोरी प्रखंडों से पारंपरिक ढोलदमाऊ वादन करने वाले दर्जनों लोगों के नाम आवेदन करनें के बाद भी सूची में शामिल होने से वंचित रह गये हैं। वादक संगठन ने ज्ञापन के माध्यम से मांग की है कि वर्षों से पारंपरिक रूप से ढोल दमाऊ वादन से जुड़े वंचित लोगों के नाम संस्कृति निदेशालय की सूची में शामिल करें।


ज्ञापन पर संगठन अध्यक्ष कलमदास, जयवीर दास सोहन दास, अनिल दास, पूनम दास, चमनदास, सुनील दास, नीलम दास, अमन दास, मोहन दास, नवीन दास, प्यारे लाल, दर्शनदास, रेवनदास, उज्जवल दास, रमेश दास, प्रीतम दास व अमित दास, बलदास, तुषार दास, शकल दास, दीपक दास व दर्शन दास आदि के हस्ताक्षर हैं।