‘तांडव’ के बाद अब ‘मिर्जापुर’ के निर्माताओं की बढ़ी मुश्किलें, सुप्रीम कोर्ट ने जारी किया नोटिस

वेब सीरीज ‘तांडव’ पर छिड़े विवाद के बीच अमेजन प्राइम वीडियो की एक और सीरीज ‘मिर्जापुर’ भी कंट्रोवर्सी में घिर गई है। इस पर उत्तर प्रदेश की छवि धूमिल करने का आरोप लगा है। मिर्जापुर (उप्र) के रहने वाले याचिकाकर्ता एस के कुमार की याचिका के बाद सुप्रीम कोर्ट ने वेब सीरीज के मेकर्स, स्ट्रीमिंग प्लेटफॉर्म और केंद्र सरकार को नोटिस जारी किया है।

याचिकाकर्ता का आरोप है कि वेब सीरीज में मिर्जापुर को गलत छवि के साथ दिखाया गया है। यह शहर को आतंकी और गैरकानूनी गतिविधियों में लिप्त दिखाती है। साथ ही यह जनपद और उत्तर प्रदेश को भी बदनाम करती है। उन्होंने OTT कंटेंट को रेगुलेट करने की अपील भी की है। याचिका पर सुनवाई के बाद चीफ जस्टिस एस ए बोबड़े की अध्यक्षता वाली पीठ ने नोटिस जारी कर मेकर्स, अमेजन प्राइम वीडियो और केंद्र सरकार से जवाब तलब किया है।

मिर्जापुर में सीरीज के खिलाफ केस दर्ज

हाल ही में मिर्जापुर जनपद के चिलबिलिया के रहने वाले अरविंद चतुर्वेदी ने वेब सीरीज के खिलाफ केस दर्ज कराया। उन्होंने आरोप लगाया है कि ‘मिर्जापुर’ उनकी धार्मिक, सामाजिक और क्षेत्रीय भावनाओं को आहत करती है। चतुर्वेदी के मुताबिक, सीरीज के कारण लोगों के बीच खटास आ रही है और इसमें गाली-गलौच के साथ नाजायज संबंधों से जुड़ा कंटेंट भी दिखाया गया है।

फिल्म के प्रोड्यूसर्स के खिलाफ देहात कोतवाली थाने में 295-A,504,505,34,67A के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है। थाना प्रभारी विजय कुमार चौरसिया के नेतृत्व में तीन सदस्यीय टीम जांच के लिए बुधवार को मुंबई पहुंच गई है। रिपोर्ट्स की मानें तो यह टीम सीरीज से जुड़े लोगों से सवाल-जवाब करेगी और सबूत भी जुटाएगी।

मिर्जापुर की सांसद भी उठा चुकीं सवाल

मिर्जापुर की सांसद और अपना दल की नेता अनुप्रिया पटेल भी वेब सीरीज पर सवाल खड़े कर चुकी हैं। उन्होंने भी ‘मिर्जापुर’ पर जनपद की छवि खराब करने का आरोप लगाया था। हालांकि, तब सीरीज के मेकर्स ने इसे काल्पनिक बताकर विवाद से पल्ला झाड़ लिया था।

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