दंगल : काम पर लौटने वाले पहलवान इन सरकारी पदों पर हैं काबिज, जानिए कौन सा खिलाड़ी कहां करता है नौकरी?

नई दिल्ली। भारतीय कुश्ती संघ के पूर्व अध्यक्ष और भाजपा सांसद बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ एक महीने से ज्यादा समय से पहलवान धरना प्रदर्शन कर रहे थे। लेकिन अब खबरें आ रही हैं कि आंदोलन के तीन सूत्रधार विनेश फोगाट, बजरंग पुनिया और साक्षी मलिक ने धरना प्रदर्शन से अपने कदम पीछे खींच लिए हैं। जिसकी वजह से अब चर्चाएं शुरू हो गई हैं कि क्या आंदोलन में दरार पड़ गई है या किसी के कहने पर तीनों पहलवानों ने पिछली बार की तरह शांत रहने का निर्णय लिया है। बता दें कि, साक्षी मलिक ने अपने पति सत्यव्रत कादियान के साथ बीते शनिवार को गृहमंत्री अमित शाह से मुलाकात की थी।

सूत्रों के मुताबिक साक्षी मलिक ने अमित शाह के साथ बैठक में बृजभूषण शरण सिंह को गिरफ्तार करने की मांग रखी थी। जिस पर अमित शाह ने उन्हें आश्वसन दिया है कि उनके साथ कुछ गलत नहीं होगा। बैठक के बाद साक्षी मलिक से जुड़ी एक खबर सामने आई है। जानकारी के मुताबिक, साक्षी मलिक आंदोलन छोड़ काम पर लौटने जा रही हैं। आपको बता दें कि, साक्षी मलिक रेलवे में काम करती हैं। उन्हें ये नौकरी रियो ओलंपिक में पदक जीतने के बाद दी गई थी। साक्षी के अलावा विनेश और पुनिया को भी सरकार की ओर से रेलवे में नौकरी दी गई है। तो आइए जानते है ये स्टार्स रेलवे के किस पद पर फिलहाल है। साथ ही कुछ ऐसे खिलाड़ियों की बात करेंगे जिन्हें अच्छे खासे पद से सरकार ने सम्मानित किया है और खेल के साथ वो अपनी सेवा दे रहे हैं।।

साक्षी मलिक

साक्षी मलिक देश की जानी मानी रेसलर हैं जिन्होंने भारत के लिए काफी पद जीते हैं। साक्षी मलिक भारत की ऐसी पहली महिला हैं जिन्होंने रियो ओलंपिक में कास्य पदक जीत कर भारत का नाम पूरे विश्व में ऊंचा किया था। जिसकी वजह से उन्हें हरियाणा सरकार और रेलवे की ओर से ढेर सारे उपहार भी मिले थे। साल 2016 के रियो ओलंपिक में पदक जीतने के बाद भारतीय रेलवे ने उन्हें डिविजनल कमर्शियल मैनेजर के पद पर पदोन्नति किया था। साथ ही साक्षी को इनाम में रेलवे ने 60 लाख रुपये भी दिए थे। अब खबरें हैं कि अमित शाह के मिलने के बाद साक्षी अपने इसी काम पर लौट गई हैं।

विनेश फोगाट

विनेश फोगाट देश की जानी मानी महिला पहलवान हैं। इन्होंने नेशनल और इंटरनेशल लेवल पर कई पद जीते हैं। साल 2018 के एशियाई खेलों में विनेश ने गोल्ड मेडल जीत कर भारत को गौरवान्वित करने का क्षण दिया था। हरियाणवी छोरी विनेश फोगाट ने यह पदक इंडोनेशिया के जकार्ता-पालेमबांग में जीता था। जहां 18वें एशियाई खेल का आयोजन किया गया था। इस जीत के बाद विनेश के स्वदेश लौटने के बाद जबरदस्त खातेरदारी हुई थी। विनेश की इस जीत पर रेलवे ने गैजेटेज ऑफिसर यानी राजपत्रित अधिकारी का पद देने का ऐलान किया था, जो फिलहाल इसी पद पर अपनी सेवा दे रही हैं।

बजरंग पुनिया

बजरंग पुनिया कुश्ती का वह बड़ा नाम हैं। जिसने कुश्ती की पहचान इंटरनेशनल लेवल पर पहुंचाने का काम किया है। पुनिया के बारे में कहा जाता है कि जो वो ठान लेते हैं वो करके दिखाते हैं। साल 2018 के एशियाई खेल में स्वर्ण पदक जीत कर भारत का नाम दुनिया में रोशन करने वाले बजरंग पुनिया रेलवे में गैजेटेज ऑफिसर के पद पर हैं। जहां वो अपनी सेवा दे रहे हैं।

मीराबाई चानू

मीराबाई चानू देश को वेटलिफ्टिंग में पहला गोल्डन मेडल दिलाने वाली महिला हैं। जिन्होंने साल 2022 के बर्मिंघम कॉमनवेल्थ गेम्स में एक गोल्डन समेत 3 मेडल जीत कर इतिहास रच दिया था। साल 2022 से पहले भी मीरा कॉमनवेल्थ गेम्स में गोल्ड मेडल जीत चुकी थीं। 2022 से पहले उन्होंने गोल्ड कोस्ट (2018) में भी सोना जीता था। टोक्यो ओलंपिक में रजत पदक जीतने वाली मीराबाई चानू फिलहाल मणिपुर राज्य में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक के पद पर हैं। जहां चानू अपनी सेवा दे रही हैं।

एमसी मैरी कॉम

एमसी मैरी कॉम इस दौर की सबसे बड़ी और दुनिया की सबसे प्रसिद्ध महिला बॉक्सर हैं। जिन्होंने अपने बॉक्सिंग के जरिए काफी नाम कमाया है। साल 2012 के लंदन ओलंपिक में मैरी कॉम ने कांस्य पदक जीता था। इसके अलावा मैरी कॉम अब तक 8 एआईबीए विश्व मुक्केबाजी चैम्पियनशिप में 6 गोल्ड मेडल, एक रजत और एक कांस्य पदत जीत चूकी हैं। मैरी कॉम इनती प्रसिद्ध हैं कि इनके जीवन पर आधारित बॉलीवुड फिल्म तक बन चुकी है। गरीब परिवार से आने वाले मैरी आज किसी परिचय की मोहताज नहीं हैं। इनकी उपलब्धियों को देखते हुए केंद्र सरकार ने साल 2016 में राज्यसभा में बतौर सांसद के तौर पर मनोनित किया था जो फिलहाल सेवानिवृत हो चुकी हैं।

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