
लखनऊ। पीजीआई थाना क्षेत्र के बाबूखेड़ा यादव गांव में चार दिन पहले हुई महिला की हत्या और लूट के मामले का पुलिस ने खुलासा कर दिया है। पुलिस ने हत्यारी मां के बेटे निखिल यादव उर्फ गोलू (20) को फतेहपुर से गिरफ्तार कर जेल भेज दिया।
डीसीपी निपुण अग्रवाल ने बताया कि आरोपी बेटा ऑनलाइन गेम खेलने का आदी था। उसने गेम के लिए कई ऐप से लोन ले रखा था। किश्त न चुका पाने पर वह मां के जेवर चोरी कर बेचकर कर्ज चुकाता था। 3 अक्टूबर को जब वह फिर जेवर चोरी कर रहा था तो मां ने उसे देख लिया। पकड़े जाने के डर से उसने पहले पेचकस और फिर गैस सिलेंडर से वारकर मां की हत्या कर दी।
हत्या के बाद आरोपी घर से जेवर और नकदी लेकर भाग गया। पुलिस ने सर्विलांस की मदद से उसे ग्राम औरम्हा अलीपुर बहेरा, थाना सुल्तानपुर घोष, जनपद फतेहपुर से गिरफ्तार किया। उसके पास से मृतका के जेवर और हत्या में इस्तेमाल पेचकस बरामद किया गया।

यह था मामला
बाबूखेड़ा गांव निवासी रमेश यादव दूध बेचने का काम करते हैं। उनकी पत्नी रेनू यादव (42) 3 अक्टूबर को अपने मझले बेटे निखिल के साथ मायके करझन गांव से लौटी थीं। दोपहर बाद जब रमेश बाहर थे और छोटा बेटा नितिन चाचा के घर गया था, तभी यह वारदात हुई। शाम को नितिन लौटा तो रेनू खून से लथपथ पड़ी थीं, घर के ताले टूटे और सामान बिखरा था।
मां की हत्या के बाद निखिल घर से फरार हो गया था। ट्रॉमा सेंटर में रेनू की मौत हो गई।
लूट की झूठी कहानी रची
डीसीपी ने बताया कि निखिल ने पूछताछ में कबूल किया कि उसने हत्या के बाद पिता, दोस्त और मामा को फोन कर झूठी कहानी सुनाई कि घर में कुछ लोग मां को मार रहे हैं और वह खुद भी खतरे में है। इसके बाद मोबाइल बंद कर भाग निकला और फतेहपुर जाकर छिप गया।