नई दिल्ली (ईएमएस)। अचानक से खानपान और अन्य आदतों में बदलाव लाकर वजन कम नहीं किया जा सकता है। ऐसे बहुत से लोग है जो सालों से वजन घटाने में लगे हुए हैं , कुछ तो कामयाब हो गए हैं तो वहीं कुछ अभी भी संघर्ष कर रहे हैं। ऐसे में ये जानना जरूरी है कि ऐसा कोई जादुई रहस्य नहीं होता जिससे कोई पतला हो जाता है, बल्कि इंसान निरंतरता, जिज्ञासा और गलतियों को स्वीकार करने से ही कुछ पाता है।
वजन कम करने को लेकर भोजन, व्यायाम या पर्याप्त इच्छाशक्ति से कोई लेना-देना नहीं है। इसके लिए कोई संपूर्ण आहार योजना नहीं होती है, बस दूसरों की तुलना में खाने के बेहतर तरीके हो सकते हैं। हम अक्सर सोचते हैं कि एक ही सलाद खाने से हमें तुरंत सफलता मिल जाएगी। लेकिन अपने अपने शरीर को बदलने के लिए व्यायाम पर भी भरोसा करना चाहिए। अगर आप सिर्फ खाने को त्याग कर परिवर्तन देखने की अपेक्षा कर रहे हैं तो आपको निराशा ही मिलेगी।अगर लोग खुद पर ध्यान नहीं देते हैं, तो वजन कम करते समय उन्हें किसी चमत्कार की उम्मीद नहीं करनी चाहिए।
एक समय ऐसा आएगा जब आप निराश हो सकते हैं, क्रोधित हो सकते हैं और हार मान लेना चाहते हैं, अधिकांश लोगों के साथ ऐसा होता है। आपने सभी सही चीजें की हैं – डाईट पर ध्यान दिया, पुश-अप्स सीखे और फिर भी बदलाव नहीं हो रहा है तो निराश होने की बजाय हिम्मत रखें। अगर आप रिकॉर्ड करें कि आपने दिन के किस समय खाया, क्या खाया, इसका स्वाद कैसा था, और खाने से पहले और बाद में आपकी क्या भावनाएं थीं। ऐसा लगातार दो सप्ताह तक करने से कुछ दिलचस्प बदलाव दिखने लगेंगे।