
दिनभर की भागदौड़ वाली जिदंगी में हम हर काम को अपने हिसाब से बांट लेते हैं. कभी-कभी ऑफिस के समय की वजह से लोग कपड़े रात में धोते हैं तो कई लोग सुबह नहा नहीं पाते हैं. वैसे तो काम में व्यस्त रहने पर ऐसा करना ठीक है लेकिन अगर पर धर्मिक पुस्तकों में गौर करें तो ये काम आपको मुसीबत में डाल सकते हैं और अब तो वैज्ञानिकों ने भी मान लिया है कि इस वक्त में नहाना कितना ज्यादा खतरनाक है.
भारतीय धर्म ग्रंथो के अनुसार सोते हुए व्यक्ति को अध: मरा माना जाता है. इसका अर्थ है की जब मनुष्य गहन निद्रा में होता है तो उसे अपने चारो ओर गठित होने वाली घटनाओ का पता नहीं होता है जैसे किसी व्यक्ति की मृत्यु के बाद उसे कुछ पता नहीं रहता है. धर्म ग्रंथो के अनुसार व्यक्ति को सोकर उठने के पश्चात् नहा लेना चाहिए. क्योकी ऐसा कहा जाता है की रात्रि में राक्षस विचरण करते है. इसलिए उन्हें निशाचर भी कहते है. विचरण करते समय उनका प्रभाव हमारे शरीर पर पड़ता है, जिससे हम आलस्य में डूबे रहते है.
दिन में या रात में नहाना अच्छा नहीं माना जाता है. कई लोगों के लिए सुबह नहाना सबसे बड़ा काम निपटाना हो जाता है. सुबह के बाद अगर आप किसी वक्त नहाते हैं तो पूरा दिन आलस्य और काम में देरी महसूस करते हैं. अक्सर बुजुर्ग सुबह जल्दी नहाने की सलाह देते हैं वो इसलिए ही कहते हैं. ताकि व्यक्ति पूरा दिन सफल महसूस करे और अगर पूरा दिन सफल हो जाए तो यकीनन जिंदगी ही सफल हो जायेगी.