निकाय चुनाव 2023  : मोटा गिफ्ट लेकर पार्षद का टिकट बदलने की चर्चा, चुनाव प्रभारी घेरे मे

बरेली। चुनाव कोई भी हों, उसमें पैसे लेकर टिकट देने की चर्चाएं आम रहती हैं। इस बार निकाय चुनाव में एक बड़े राजनीतिक दल के निकाय चुनाव प्रभारी द्वारा बिल्डर से पार्षद बने नेता जी की पत्नी को दूसरे वार्ड से मोटा गिफ्ट लेकर टिकट देने का मामला पूरे शहर में चर्चा में है। तमाम पार्षदों का आरोप है कि उनके वार्ड के टिकट भी रुपए लेकर रातों-रात बदल दिए गए। इसके चलते वह बागी होकर निर्दलीय चुनाव लड़ने पर मजबूर हैं।

एक बिल्डर से पिछली बार नगर निगम के पार्षद बने नेताजी का वार्ड इस बार पिछड़ा वर्ग के लिए आरक्षित हो गया। नेताजी नगर निगम में डिप्टी मेयर भी थे। इस बार उनकी पार्षदी ही खतरे में नजर आ रही थी। नेता जी ने रातो रात अपने दल के निकाय चुनाव प्रभारी से मिलकर ऐसा जुगाड़ सेट किया कि के सभी दांतों तले अंगुली दबा गए। बिल्डर कम नेता जी ने अपनी पत्नी को राजनीति में कामयाब बनाने के लिए अपने ही दल के एक वर्तमान पार्षद का टिकट रातों-रात कटवा डाला। उस वार्ड से नेताजी की पत्नी को रातों-रात टिकट भी मिल गया और सिंबल भी। इसके पीछे नेताजी का एक बड़ा करिश्मा काम में आया। शहर में नेताजी के इस करिश्मे की चर्चा है।

सूत्रों के मुताबिक नेताजी ने वार्ड नंबर 8 से अपनी पत्नी को टिकट दिलाने के लिए निकाय चुनाव प्रभारी को लंबे कद की लग्जरी कार गिफ्ट में दे दी। उस कार की कीमत बाजार में 23 से 25 लाख रुपए के बीच है। कार एजेंसी से खरीद ली गई है। मगर, अभी उसे गैराज में खड़ा कर दिया गया है। बताया जाता है कि निकाय चुनाव के बाद उस कार को गैराज से बाहर निकाला जाएगा ताकि किसी को शक ना हो कि वह कार गिफ्ट में मिली है। मामूली से पार्षद पद के लिए इतना बड़ा गिफ्ट चुनाव प्रभारी को देना शहर में चर्चा का विषय बन गया है। राजनीतिक दल के तमाम बड़े नेता और संगठन के पदाधिकारी निकाय चुनाव प्रभारी के बुद्धि कौशल की दाद दे रहे हैं कि उन्होंने मामूली से पद के टिकट का सिंबल देने के बदले में मोटा गिफ्ट हासिल कर लिया। राजनीतिक पंडितों का कहना है कि इस बार इस दल के तीन दर्जन से अधिक पार्षदों का टिकट रातों-रात काटा गया। इसमें करोड़ों रुपए का खेल हो गया। किसी को भी इस खेल की कानों कान भनक तक नहीं लगी।

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