
बरेली। चुनाव कोई भी हों, उसमें पैसे लेकर टिकट देने की चर्चाएं आम रहती हैं। इस बार निकाय चुनाव में एक बड़े राजनीतिक दल के निकाय चुनाव प्रभारी द्वारा बिल्डर से पार्षद बने नेता जी की पत्नी को दूसरे वार्ड से मोटा गिफ्ट लेकर टिकट देने का मामला पूरे शहर में चर्चा में है। तमाम पार्षदों का आरोप है कि उनके वार्ड के टिकट भी रुपए लेकर रातों-रात बदल दिए गए। इसके चलते वह बागी होकर निर्दलीय चुनाव लड़ने पर मजबूर हैं।
एक बिल्डर से पिछली बार नगर निगम के पार्षद बने नेताजी का वार्ड इस बार पिछड़ा वर्ग के लिए आरक्षित हो गया। नेताजी नगर निगम में डिप्टी मेयर भी थे। इस बार उनकी पार्षदी ही खतरे में नजर आ रही थी। नेता जी ने रातो रात अपने दल के निकाय चुनाव प्रभारी से मिलकर ऐसा जुगाड़ सेट किया कि के सभी दांतों तले अंगुली दबा गए। बिल्डर कम नेता जी ने अपनी पत्नी को राजनीति में कामयाब बनाने के लिए अपने ही दल के एक वर्तमान पार्षद का टिकट रातों-रात कटवा डाला। उस वार्ड से नेताजी की पत्नी को रातों-रात टिकट भी मिल गया और सिंबल भी। इसके पीछे नेताजी का एक बड़ा करिश्मा काम में आया। शहर में नेताजी के इस करिश्मे की चर्चा है।













