एम्सटरडैम (ईएमएस)। नीदरलैंड में अगले प्रधानमंत्री बनने की दौड़ में सबसे आगे चल रहे गीर्ट विल्डर्स ने कुरान में ज्यादा विश्वास रखने वाले मुसलमानों को देश छोडऩे के लिए कहा है। फ्रीडम पार्टी (पीवीवी) के नेता गीर्ट ने कहा है कि वो मुसलमान किसी इस्लामिक देश में जाकर रह सकते हैं, जिनका भरोसा कुरान पर है।
गीर्ट ने अपने बयान में कहा कि ऐसे मुसलमान नीदरलैंड छोडकऱ चले जाएं, जो धर्मनिरपेक्ष कानूनों से ज्यादा कुरान को महत्व देते हैं और कुरान के कानून को देश से ज्यादा महत्वपूर्ण मानते हैं। उनके लिए किसी इस्लामिक देश में जाकर रहना ठीक होगा। नीदरलैंड में उनके लिए जगह नहीं है। गीर्ट ने अपने बयान में कहा, मेरा नीदरलैंड में रहने वाले सभी मुसलमानों के लिए साफ संदेश है कि अगर आप हमारे देश के संविधान और लोकतांत्रिक मूल्यों को नहीं मानते हैं तो आपके लिए यहां जगह नहीं है। ऐसे बहुत हैं जो देश से ज्यादा कुरान को मानते हैं। प्रोफेसर कूम्पंस की रिपोर्ट कहती है कि 7 लाख मुसलमान ऐसे हैं। मैं इन सभी को गेट आउट कहना चाहता हूं। जाइए और जाकर इस्लामिक देश में रहिए, क्योंकि वो आपका कानून है। ये आपका देश नहीं है। गीर्ट विल्डर्स ने ये भी कहा है कि वह अगले पीएम बनने जा रहे हैं। सोशल मीडिया पर उन्होंने लिखा है कि आज, कल या परसों, पीवीवी सरकार का हिस्सा होगी और मैं इस खूबसूरत देश का प्रधानमंत्री बनूंगा। एक पोस्ट में उन्होंने उनकी फ्रीडम पार्टी (पीवीवी) के साथ सहयोग करने की अनिच्छा के लिए अन्य पार्टियों के रुख पर पर निराशा भी व्यक्त की है। बता दें कि गीर्ट की पार्टी को मौजूदा चुनाव में सबसे ज्यादा सीटें मिलने के बाद उनकी काफी चर्चा है।
हिजाब-कुरान पर प्रतिबंध की मांग
गीर्ट विल्डर्स नीदरलैंड में विपक्षी नेता के तौर पर बीते कुछ सालों में लगातार इस्लाम विरोधी बयानबाजी करते रहे हैं। इस्लाम और मुस्लिमों का विरोध गीर्ट और उनकी पार्टी पीवीवी के राजनीतिक अभियान का हिस्सा रही है। पार्टी नेताओं ने चुनाव प्रचार के दौरान कई विवादास्पद वादे किए हैं। इनमें सार्वजनिक स्थानों पर इस्लामिक हेडस्कार्फ पहनने को गैरकानूनी घोषित करने, मस्जिदों को बंद करने और कुरान पर प्रतिबंध लगाने का सुझाव भी शामिल है।