गुवाहाटी । असम के होम सेक्रेटरी और आईपीएस अफसर शिलादित्य चेतिया ने खुद को गोली मारकर आत्महत्या कर ली है। वे 44 साल के थे और उनकी 40 वर्षीय पत्नी अगमोनी बोरबरुआ की मौत कैंसर के चलते हो गई थी। जैसे ही चेतिया को पत्नी की मौत की खबर लगी वे स्थानीय अस्पताल पहुंचे और आईसीयू में पत्नी के शव के पास बैठकर रोने लगे। उन्होंने अस्पताल के स्टॉफ से कहा मुझे प्रार्थना करना है इसलिए सब लोग बाहर चले जाएं।
जैसे ही चेतिया अकेले हुए उन्होंने अपनी सर्विस रिवाल्वर निकालकर खुद को उड़ा लिया। गोली की आवाज सुनकर अस्पताल का स्टाफ उनके पास पहुंचा। डॉक्टरों ने चैक किया तो उनकी मृत्यू हो चुकी थी।
नेमकेयर के मैनेजिंग डायरेक्टर हितेश बरुआ ने बताया, ‘गोली की आवाज सुनती है हम दौड़े और उन्हें अपनी पत्नी के शव के पास लेटे हुए पाया। हमने उन्हें बचाने की कोशिश की, लेकिन बचा नहीं सके।
उन्होंने खुद को गोली मार ली थी। अगमोनी का करीब दो महीने से अस्पताल में इलाज चल रहा था। तीन दिन पहले उनकी हालत बिगड़ गई। हमने चेतिया को उनकी हालत के बारे में बताया और उन्होंने हमारी बात समझ ली थी।’ बताया जा रहा है कि 12 मई, 2013 को उनकी शादी हुई थी और इस जोड़े का कोई बच्चा नहीं था।
असम के डीजीपी जीपी सिंह ने चेतिया की मौत की पुष्टि की। उन्होंने इस घटना पर दुख जताया। चेतिया तिनसुकिया, नलबाड़ी, कोकराझार और बारपेटा जिलों में पुलिस अधीक्षक के पद पर कार्यरत रहे थे। उनके पिता भी पुलिस अधिकारी थे। अपनी वीरता और साहस के लिए जाने जाने वाले चेतिया ने आपराधिक और आतंकी संगठनों के खिलाफ कई अभियानों का नेतृत्व किया था। इसके लिए ही उन्हें साल 2015 में स्वतंत्रता दिवस पर वीरता के लिए राष्ट्रपति का पुलिस पदक मिला था।