पांच महीने पहले हुई थी शादी, पति-पत्नी ने एक साथ फांसी लगाकर दी जान , जाँच में जुटी पुलिस

प्रयागराज/नैनी।  एक नवदंपत्ति फांसी के फंदे पर झूल गए। दोनों ने एक ही पंखे और एक ही साड़ी के दोनों छोर से फांसी लगा ली। घर वालों को जैसे ही पता चला तो परिवार के लोग उन्हें अस्पताल ले गए लेकिन चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।


बताया जा रहा है कि दोनों बेड पर घुटने के बल पर बैठे थे। इसलिए खुदकुशी पर शक भी हो रहा था। महज पांच महीने पहले दोनों परिवारों की आपसी सहमति एवं रजामंदी के बाद अग्नि को साक्षी मानकर सात फेरे लेने वाले इस युगल के जीवन में ऐसा क्या घटा जो कि उन्हें जान देने की नौबत आ गई। पुलिस इस बिंदु पर गहनता से जांच कर रही है। दोनों परिवारों का मौन धारण करना पुलिस को परेशान कर रहा है। पुलिस ने नवदम्पत्ति के मोबाइल को अपने कब्जे में ले लिया है। यह भी पता चला है कि लड़के के फेसबुक अकाउंट की कई पोस्ट भी डिलीट की गई हैं। दूसरी तरफ पुलिस इसमें घरवालों की भूमिका भी तय करने में जुटी हुई है।


जानकारी के अनुसार यमुनापार अंतर्गत नैनी कोतवाली क्षेत्र के तिगनौता डांडी निवासी शंकर लाल केशरवानी की घर पर ही जनरल मर्चेंट बर्तन और हार्डवेयर की दुकान है। जिस पर उनका बड़ा बेटा अभिषेक उर्फ शिवम केसरवानी 26 बैठता था। घर से कुछ दूर पर दूसरी कपड़े की दुकान पर छोटा बेटा सौरभ केशरवानी बैठता है। बता दें कि 06 दिसम्बर 2020 को शंकरलाल ने अपने बड़े बेटे अभिषेक केशरवानी की शादी घूरपुर के सब्जी मंडी निवासी श्यामबाबू केशरवानी की बेटी नेहा केशरवानी 24 के साथ धूमधाम से की थी। अभिषेक पत्नी नेहा के साथ घर के प्रथम तल पर रहता था। जबकि माता पिता और छोटा भाई ग्राउंड फ्लोर पर रहते थे। सोमवार शाम नेहा के मायके वाले आए थे। तब तक भी सब कुछ ठीकठाक था। वहां से दोनों एक निमंत्रण में भी गए थे। रात में लौटने के बाद ग्यारह बजे तक नीचे मां बाप के साथ रहे। उसके बाद दोनों अपने कमरे में ऊपर सोने चले गए।


आज मंगलवार की सुबह साढ़े सात बजे बजे तक जब नेहा और अभिषेक नीचे नहीं आये तो अभिषेक उर्फ शिवम की माँ सुनीता केशरवानी उन्हें जगाने गई। दरवाजा पीटा लेकिन कोई आहट नहीं आई। जिससे पूरा परिवार परेशान हो गया। क्योंकि प्रतिदिन सुबह से साढ़े बजे तक नेहा नहा कर नीचे आ जाती थी। अभिषेक के कमरे के पीछे खिड़की थी। उसमें से जाकर जब लोगों ने देखा तो पता चला कि पंखे में एक ही साड़ी के फंदे से दोनों फांसी पर लटके हुए हैं। यह देख मां की चीख निकल गयी। परिवार के लोग पहुंचे तो पुलिस को सूचना दी गई। दरवाजा तोड़कर दोनों को नीचे उतारा गया। उस समय दोनों की सांसे चल रही थी। इसलिए दोनों को लाद फांदकर पहले सीएचसी चाका ले जाया गया। जब चिकित्सकों ने मृत घोषित कर दिया। पता चलने पर मायके पक्ष के लोग भी बदहवास हालत में मौके पर पहुंचे। सूचना पर पहुंचे सीओ करछना राजेश श्रीवास्तव ने नैनी पुलिस को बुलाकर दोनों लाशों का पंचायतनामा कराया और पोस्टमार्टम हाउस भेज दिया। पोस्टमार्टम में दोनों में कम्प्लीट फाँसी पाई गई। शरीर में कोई चोट के निशान नहीं पाए गए।


अभिषेक के पिता शंकरलाल ने बताया कि होली के बाद अभिषेक अपनी पत्नी नेहा को लेकर जम्मू कश्मीर जाना चाह रहा था। कोरोना की वजह से उन्होंने उसे मना कर दिया था। उसके बाद अगले दिन उसकी पत्नी नेहा ने भी आकर जम्मू कश्मीर जाने की इच्छा जताई थी लेकिन उसे भी मना कर दिया गया था। दूसरी तरफ नेहा के पिता श्याम बाबू केसरवानी का कहना है कि शादी के बाद से एक लड़की ने जिस तरह की खुशी होनी चाहिए उस तरह की खुशी ने हमें कभी देखने को नहीं मिली। कहीं न कहीं बहुत दुखी थी लेकिन किसी से कुछ बता नहीं रही थी।

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