पुणे बना देश का कोरोना हॉटस्पॉट, देश के टॉप पांच शहर जहां 24 घंटे में मिले सबसे अधिक केस

ईज ऑफ लिविंग इंडेक्स यानी रहने के हिसाब से पुणे देश का दूसरा सबसे अच्छा शहर है। बड़ी संख्या में IT प्रोफेशनल और ऑटोमोबाइल इंडस्ट्रीज से जुड़े लोग यहां रहते हैं। शहर की साक्षरता दर 89.45 % है। लोग यहां न सिर्फ अपने अधिकारों के प्रति सजग हैं, बल्कि नियमों का कड़ाई से पालन करने के लिए भी जाने जाते हैं। इन सब के बावजूद पुणे में पिछले 10 दिनों के दौरान औसतन 3 हजार के करीब केस रोज सामने आ रहे हैं।

पिछले 24 घंटे के दौरान यहां 5098 नए केस सामने आए हैं। इसी दौरान 6 लोगों की मौत भी हुई है। नए संक्रमित मरीज मिलने के मामले में यह देश में सबसे आगे है। पुणे के बाद नागपुर और मुंबई का नंबर आता है। ऐसे में संक्रमण के बढ़ने के कारणों को लेकर राज्य सरकार से लेकर स्थानीय प्रशासन भी चिंतित है।

देश के टॉप पांच शहर जहां पिछले 24 घंटे के दौरान मिले सबसे ज्यादा केस

शहरमरीजमौत
पुणे509806
नागपुर329805
मुंबई306310
अकोला219408
नासिक145304

शहर में ऐसे बढ़ी कोरोना की रफ्तार

मीडिया ने इन कारणों को जानने का प्रयास किया और एक्सपर्ट्स से समझा कि आखिर पुणे में कोरोना क्यों बढ़ रहा है। PCMC के मेडिकल ऑफिसर पवन साल्वे ने बताया, ‘शहर के न्यूनतम और अधिकतम तापमान में भारी अंतर की वजह से लोगों का इम्यून प्रभावित हो जाता है और फ्लू की संभावना बढ़ रही है। पिछले कुछ दिनों की जांच में सामने आया है कि इन कॉमन फ्लू से पीड़ित ज्यादातर लोग कोविड-19 पॉजिटिव मिल रहे हैं। शुक्रवार को पुणे के शिवाजी नगर में अधिकतम तापमान 37.4 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 18.5 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया। दोनों के बीच तकरीबन 20 डिग्री सेल्सियस का अंतर था।

डॉ. साल्वे ने यह भी बताया कि पुणे और पिंपरी चिंचवाड़ में सबसे ज्यादा टेस्टिंग भी हो रही है। इस वजह से भी लोग ज्यादा संख्या में पॉजिटिव मिल रहे हैं। देश के अन्य हिस्सों में कोविड की सिर्फ कांटेक्ट ट्रेसिंग का काम हो रहा है। साल्वे ने यह भी कहा कि पुणे में बढ़ता शहरीकरण, भारी ट्रैफिक और लोगों की कोरोना को लेकर बढ़ती लापरवाही भी एक बड़ी वजह हो सकती है। वायरोलॉजिस्ट डॉ. बिपिन विभूते ने बताया कि गर्म दिन और सर्द रातों में फ्लू की संभावना काफी ज्यादा रहती है। मौसम में बदलाव और दिन में ठंडा पानी और एयर कंडीशनर (AC) का उपयोग करने की वजह से गले में खराश, खांसी और सर्दी के लक्षण सामान्य तौर पर देखने को मिल रहे हैं।

वैक्सीन आने के बाद लोगों में कोरोना का डर कम हुआ
पुणे महानगर पालिका के डिस्ट्रिक्ट हेल्थ ऑफिसर आशीष भारती ने बताया, ‘सितंबर में आयशर और टाटा इंस्टिट्यूट ऑफ फंडामेंटल रिसर्च ने अपनी एक रिपोर्ट में कहा था कि कोरोना का पीक एक बार फिर बढ़ने वाला है। हमारा मानना है कि वह समय अब आ गया है। धीरे-धीरे पुणे और महाराष्ट्र के कई हिस्सों में कोरोना के केस में वृद्धि होगी।’

आशीष भारती ने यह भी बताया कि लोगों में वैक्सीन आने के बाद से लापरवाही काफी ज्यादा बढ़ी है। उनके अंदर का डर कम हुआ है। सोशल गैदरिंग, शादी, घूमने-फिरने और एक दूसरे से मेलजोल फिर से बढ़ गया है। बार-बार हाथ धोने और मास्क को सही ढंग से पहनने की प्रवृत्ति कम हुई है। यह एक बड़ी वजह हो सकती है कोविड केस में वृद्धि की।

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