पुणे, (ईएमएस)। पुणे ड्रग रैकेट का मास्टरमाइंड ललित पाटिल ससून अस्पताल से फरार हो गया। बताया गया है कि सोमवार रात करीब 8 बजे ललित अस्पताल से फरार हो गया। ललित पाटिल पुणे में ड्रग रैकेट का मास्टरमाइंड है। यरवदा जेल के कैदी ललित का ससून अस्पताल में इलाज चल रहा है. दो दिन पहले ससून अस्पताल के गेट पर 2 करोड़ की ड्रग्स मिली थीं. ललित इसका भी सूत्रधार था. पूछताछ चल ही रही थी कि वह पुलिस की हिरासत से फरार हो गया. इस घटना के बाद पुलिस की कार्यकुशलता पर सवाल उठ रहे हैं. साथ ही पुलिस को जानकारी थी कि ललित ससून अस्पताल से रैकेट चला रहा है. तो क्या ललित पाटिल को ससून अस्पताल में अधिकारियों का समर्थन प्राप्त था ताकि मामला उन पर न पड़े…? ऐसा सवाल उठ रहा है.
जब कैदी का इलाज किया जा रहा हो तो वहां पुलिस की कड़ी मौजूदगी होती है। लेकिन इस घटना की खास बात यह है कि पुलिस को इस घटना की जानकारी ललित के भागने के करीब दो घंटे बाद हुई. इसके बाद पुलिस ने तलाश शुरू की. आपको बता दें कि पुणे की क्राइम ब्रांच पुलिस ने ससून अस्पताल के प्रवेश द्वार से नशीले पदार्थों का जखीरा बरामद किया था. इसमें करीब 1 किलो 75 ग्राम मेफिड्रोन ड्रग्स जब्त किया गया है. एमडी यानी इस मेफिड्रोन की कीमत बाजार कीमत के मुताबिक 2 करोड़ रुपये तक है। हालाँकि, ससून अस्पताल क्षेत्र में ड्रग्स मिलने पर कई सवाल खड़े कर दिए हैं। मेफिड्रोन मामले में एक हाई प्रोफाइल रैकेट है और शुरुआती जानकारी है कि आरोपी ललित पटेल और 2 अन्य युवक इसमें शामिल हैं. ललित पटेल एक कुख्यात आरोपी है और उसे पहले भी ड्रग्स तस्करी के आरोप में पुलिस ने गिरफ्तार किया था.
इसके बाद उसे यरवदा जेल भेज दिया गया. इस बीच ससून अस्पताल में इलाज के दौरान वह भाग निकला। अस्पताल में भर्ती होने के बाद भी उसने यह रैकेट कैसे चलाया? फिलहाल पुलिस इसकी जांच कर रही है. पुलिस द्वारा छापामारी से पता चला है कि पिछले कुछ दिनों से पुणे में ड्रग तस्करी का एक बड़ा नेटवर्क तैयार हो गया है. लेकिन गिरफ्तार ललित पटेल नाम का कुख्यात ड्रग तस्कर इलाज के नाम पर अस्पताल से ड्रग रैकेट चला रहा है और पुलिस को इसकी भनक तक नहीं लग पाई, इससे कई सवाल खड़े हो रहे हैं.