दुबई, (हि.स.)। भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी यहां संयुक्त राष्ट्र के तत्वावधान में पर्यावरण संरक्षण पर आयोजित कॉन्फ्रेंस ऑफ द पार्टीज (कॉप)-28 (सीओपी-28) में हिस्सा लेने पहुंच चुके हैं। वो गुरुवार देररात दुबई पहुंचे। वो यहां आज (शुक्रवार) देरशाम तक ही रहेंगे। इस दौरान विश्व जलवायु कार्रवाई शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेंगे। प्रधानमंत्री सम्मेलन के शीर्षस्तरीय आरंभिक सत्र में हिस्सा लेंगे और इससे जुड़े तीन अलग-अलग सत्र में भारत का पक्ष रखेंगे। यहां पहुंचने पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का भारतीय समुदाय के लोगों ने जोरदार स्वागत किया।
संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) की अध्यक्षता में आयोजित होने वाले इस सम्मेलन में हिस्सा लेने पहुंचे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के आठ वैश्विक नेताओं से द्विपक्षीय मुलाकात होने की संभावना है। दुबई रवाना होने से पहले प्रधानमंत्री मोदी ने नई दिल्ली में कहा है कि भारत विकासशील देशों को पर्यावरण सुरक्षा करने और तकनीक हस्तांतरण के लिए पूरा सहयोग देने का पक्षधर है। भारत ने हमेशा पर्यावरण संरक्षण को लेकर जो कहा है, उसे करके दिखाया है। उन्होंने उम्मीद जताई कि भारत की अगुआई में जी-20 बैठक में पर्यावरण संरक्षण को लेकर जो घोषणा की गई है और इस बारे में जो सहमति बनी है, उसे कॉप-28 में आगे बढ़ाया जाएगा।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी इसके अलावा पर्यावरण संरक्षण के लिए आवश्यक राशि जुटाने, पर्यावरण अनुकूल काम करने के लिए फंड उपलब्ध कराने और उद्योगों को पर्यावरण अनुकूल बनाने के लिए गठित देशों की अलग-अलग बैठकों में हिस्सा लेंगे। प्रधानमंत्री तीसरी बार इस महत्वपूर्ण वैश्विक बैठक में हिस्सा लेंगे।
इसके पहले उन्होंने वर्ष 2015 में पेरिस और वर्ष 2021 में ग्लासगो (ब्रिटेन) सम्मेलन में हिस्सा लिया था। प्रधानमंत्री मोदी ने भारत की तरफ से उपयोगी प्रस्ताव रखे थे। ग्लासगो में प्रधानमंत्री ने भारत को वर्ष 2070 तक कार्बन न्यूट्रल बनाने की घोषणा की थी। उन्होंने कहा है कि दुबई सम्मेलन में पेरिस सम्मेलन में लिए गए फैसलों के अनुपालन पर विचार होना चाहिए। यह जरूरी है कि विकासशील देशों के लिए जरूरी पर्यावरण संरक्षण के लिए फंडिंग में मदद की जाए।
प्रधानमंत्री मोदी ने दुबई पहुंचने पर भारतीय समुदाय के साथ मुलाकात के कुछ फोटो अपने आधिकारिक एक्स हैंडल पर अपलोड किए हैं। प्रधानमंत्री ने कहा है कि दुबई में भारतीय समुदाय के गर्मजोशी से स्वागत से बहुत प्रभावित हूं। उनका समर्थन और उत्साह हमारी जीवंत संस्कृति और मजबूत संबंधों का प्रमाण है।