मुंबई। महाराष्ट्र में शपथ ग्रहण के 16 दिन बाद फडणवीस कैबिनेट में विभागों का बंटवारा हुआ। गृहविभाग की मांग कर रहे डिप्टी सीएम एकनाथ शिंदे को तीन मंत्रालय दिए गए हैं। जिसमें शहरी विकास, आवास और सार्वजनिक निर्माण विभाग शामिल हैं। एकनाथ शिंदे के गृह विभाग की मांग को बीजेपी ने नकारते हुए इसे अपने पास रखा। बता दैं कि एकनाथ शिंदे द्वारा गृह विभाग की मांग रखी गई थी जिसे बीजेपी नहीं माना था।
मुख्यमंत्री पद और विभाग को लेकर हो रहे मतभेद को सुलझाने के लिए दिल्ली में अमित शाह के घर पर महायुति के दलों के प्रमुखों की बैठक हुई थी। इस बैठक में भी गृह विभाग बीजेपी के पास रहने की ही बात तय हुई थी। इस अहम विभाग के बीजेपी के खाते में आते ही यह भी तय हो गया था कि राज्य में बड़े भाई की भूमिका में वहीं रहेगी।
चुनाव के लिए हुए सीट बंटवारे में भी बीजेपी ने महायुति में शामिल एकनाथ शिंदे की शिवसेना और अजित पवार की एनसीपी को खुद से कम सीटें दी थीं। विभाग के बंटवारे में भी बीजेपी ने खुद को बड़ा भाई साबित किया। एकनाथ शिंदे के साथ ढाई साल की सरकार हो या फिर उद्धव ठाकरे के साथ पिछली सरकार, दोनों में ही बीजेपी ने सबसे ज्यादा और अहम मंत्रालय अपने ही पास रखे थे।
एकनाथ शिंदे की पार्टी को कौन से मंत्रालय मिले?
सीएम देवेंद्र फडणवीस ने अपने पास गृह के अलावा उर्जा, कानून और न्यायपालिका, सामान्य प्रशासन, सूचना और प्रचार विभाग अपने पास रखे हैं। वहीं शिवसेना शिंदे गुट के गुलाब राव पाटिल को पेयजल और स्वच्छता मंत्रालय पेयजल मिला है। जबकि दादा भुसे को स्कूली शिक्षा विभाग, संजय राठौर को जल एवं भूमि सरंक्षण विभाग, उदय सावंत को इंडस्ट्रीज एवं मराठी भाषा विभाग और शंभूराज देसाई को टूरिज्म, खनन विभाग दिया गया है।
अजीत पवार की पार्टी को क्या मिला?
वहीं, बात करें डिप्टी सीएम अजित पवार की तो उन्होंने वित्त, सहकारिता, कृषि, स्वास्थ्य और उच्च शिक्षा, साथ ही खाद्य एवं औषधि प्रशासन और महिला एवं बाल कल्याण विभाग मांगे थे। लेकिन उसे डिप्टी सीएम अजित पवार को वित्त, प्लानिंग और स्टेट एक्साइज विभाग मिले हैं। बंटवारे में एनसीपी के माणिकराव कोकाटे को कृषि विभाग, हसन मुश्रीफ को मेडिकल एजुकेशन, धनंजय मुंडे को खाद्य, सिविल सप्लाइ एवं कंज्यूमर प्रोटेक्शन विभाग मिले हैं। दत्तात्रय भरणे को खेल एवं युवा कल्याण, अल्पसंख्यक विकास और औकाफ और अदिति तटकरे को महिला एवं बाल कल्याण विभाग दिए हैं। वहीं प्रताप सरनाईक को परिवहन विभाग मिला है।