मुंबई ।पूर्व ट्रेनी आईएएस अधिकारी पूजा खेड़कर के कथित जाति प्रमाण पत्र फर्जीवाड़े के मामले के बाद उनके पिता, दिलीप खेड़कर, अब एक नए विवाद में फंस गए हैं। दिलीप खेड़कर ने आगामी महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के लिए अहमदनगर दक्षिण निर्वाचन क्षेत्र से निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में नामांकन पत्र दाखिल किया है, जिसमें उन्होंने खुद को तलाकशुदा बताया है। लेकिन, उनके पूर्व चुनावी हलफनामों में उन्होंने खुद को शादीशुदा बताते हुए पत्नी मनोरमा खेड़कर के साथ संयुक्त संपत्तियों का विवरण दिया था। यह कथन उनकी पारिवारिक स्थिति पर सवाल उठा रहा है।
दरअसल, मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, दिलीप और मनोरमा खेड़कर का तलाक जून 2010 में ही हो चुका था। 2009 में दोनों ने आपसी सहमति से तलाक के लिए पुणे की फैमिली कोर्ट में अर्जी दी थी, जिसके बाद एक साल में तलाक मंजूर हुआ। इसके बावजूद, 2019 के लोकसभा चुनाव के हलफनामे में दिलीप ने मनोरमा को अपनी पत्नी बताते हुए संपत्ति विवरण साझा किया और उनके निवास को अनडिवाइडेड हिन्दू फैमिली बताया। इसी के साथ, तलाक के बाद भी दोनों एक ही घर में साथ रहे हैं, जिससे उनकी पारिवारिक स्थिति पर और भी संदेह उत्पन्न होता है।
यह विवाद ऐसे समय पर उठा है जब दिलीप खेड़कर राजनीति में सक्रिय हो रहे हैं, वहीं उनकी बेटी पूजा खेड़कर पर भी गलत जाति प्रमाण पत्र के आधार पर यूपीएससी परीक्षा पास करने और आईएएस की ट्रेनिंग प्राप्त करने के आरोप लगे हैं। पूजा पर दिल्ली में धोखाधड़ी का मामला दर्ज है और दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच इसकी जांच कर रही है।
दिलीप खेड़कर के चुनावी हलफनामे में दिए गए वैवाहिक स्थिति के विरोधाभास से लोगों के मन में संदेह पैदा हुआ है। चुनावी दस्तावेज़ों में सत्यता और पारदर्शिता का महत्व है, और ऐसे में खेड़कर परिवार की यह स्थिति एक बड़ा सवाल खड़ा कर रही है।