
देश में कोविड-19 के मामलों में एक बार फिर तेजी देखी जा रही है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के ताजा आंकड़ों के अनुसार 30 मई तक देशभर में सक्रिय मामलों की संख्या 2,710 तक पहुंच गई है। पिछले 24 घंटों में 511 नए मामले सामने आए हैं। राजधानी दिल्ली में भी स्थिति चिंताजनक बनी हुई है। यहां कुल 294 एक्टिव केस हैं। कोरोना के कारण यहां 60 साल की महिला ने दम तोड़ दिया है। यह इस साल दिल्ली में कोरोना से पहली मौत है। वहीं इस दौरान देश में 7 लोगों की मौत हो गई है।
कोरोना के बढ़ते मामले चिंता का विषय हैं। हालांकि, सरकार इसे लेकर सतर्क हो गई है। हालातों को सही सावधानी और समय पर उपचार से नियंत्रित किया जा सकता है। प्रशासन ने कोविड प्रोटोकॉल का पालन की अपील की है।
देशभर में 7 लोगों की मौत
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, 30 मई तक देश में 2710 मामले आए हैं। पिछले 24 घंटे में 511 नए मामले दर्ज हुए हैं। संक्रमण के कारण 7 लोगों की मौत हो गई है। दिल्ली में एक बुजुर्ग महिला ने दम तोड़ा है। इससे पहले गुजरात, कर्नाटक, पंजाब, तमिलनाडु एक-एक मौत के मामले सामने आए हैं। वहीं महाराष्ट्र में 2 लोगों की मौत हो गई है।
दिल्ली में बढ़ते मामले
स्वास्थ्य मंत्रालय के कोविड डैशबोर्ड के अनुसार 24 घंटे के अंदर दिल्ली में 56 नए मामले सामने आए हैं। हालांकि, इस दौरान 77 मरीज ठीक होकर अपने घर भी लौटे हैं। स्वास्थ्य विभाग के अनुसार, मृतक महिला पहले से कई गंभीर बीमारियों से पीड़ित थी। कोरोना संक्रमण ने उनकी स्थिति को और गंभीर कर दिया।
कैसा है नया वेरिएंट?
नया वेरिएंट JN.1 है। इसे ओमिक्रॉन का उप-स्वरूप माना जा रहा है। ये पहले के संक्रमण से कई तेजी से फैल रहा है। हालांकि, इसके लक्षण हल्के और सामान्य हैं। ये पहले से कुछ बीमारियों से जूझ रहे लोगों के लिए जोखिम भरा हो सकता है।
मुख्यमंत्री की प्रतिक्रिया
दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि सरकार स्थिति पर पूरी नजर रखे हुए है। सभी अस्पतालों में पर्याप्त व्यवस्था है और हालात नियंत्रण में हैं। उन्होंने जनता से अपील करते हुए कहा कि कोई घबराने की जरूरत नहीं है। हमने एडवाइजरी जारी की है और सभी अस्पताल तैयार हैं। अधिकांश मरीज होम आइसोलेशन में ठीक हो रहे हैं। फिलहाल प्रदेश के 19 अस्पतालों में कोरोना के मरीज भर्ती हैं।
‘नया वेरिएंट तेज लेकिन घातक नहीं’
एम्स के पूर्व निदेशक डॉ. रणदीप गुलेरिया ने कहा कि JN.1 वेरिएंट तेजी से फैलता है। ये इतना गंभीर नहीं है। नया वेरिएंट ज्यादातर हल्की बीमारी का कारण बनता है। अस्पताल में भर्ती होने की जरूरत कम ही पड़ रही है। है। हालांकि, बुजुर्गों, मधुमेह, दिल की बीमारी के रोगियों के लिए ये थोड़ा खतरनाक है। उन्हें सावधानी रखने की जरूरत है।