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कई घंटे पंचायत के बाद बिन दुल्हन लौटी बरात
– राजपुर के गेस्ट हाउस में शादी की रौनक गायब
कानपुर देहात। ब्याह के उल्लास में ठहासे गूंज रहे थे, इसी दरमियान फेरों के वक्त दुल्हन ने ऐसा धमाकेदार खुलासा किया कि मातम जैसा सन्नाटा परस गया। जयमाला और चढ़ावा की रस्म पूरी होने के बाद दुल्हन ने शादी से इनकार करते हुए बताया कि, वह अपने जीजा के साथ कोर्ट मैरिज कर चुकी है। मामला राजपुर थाना क्षेत्र के नीरज गार्डन गेस्ट हाउस का है। बरात कोरवा गांव से आई थी। तमाम पंचायत के बाद बात नहीं बनी तो बरात बगैर दुल्हन लौट गई।
डाक्टर के साथ तय हुआ था ब्याह
भोगनीपुर तहसील के ढिचकी गांव निवासी राजेश कटियार ने अपनी बिटिया कीर्ति का ब्याह सिकंदरा तहसील के कोरवा गांव के डॉक्टर राहुल कटियार के साथ तय किया था। दूल्हे के पिता रमेश कटियार ने बताया कि 7 फरवरी को मुगींसापुर स्थित घर पर तिलक समारोह धूमधाम से हुआ। इस दौरान वधू पक्ष ने 9 लाख रुपये नकद और एक सोने की चेन बतौर उपहार सौंपी थी। तय मुहूर्त के मुताबिक, 8 फरवरी को राजपुर के नीरजा गार्डन में बरात पहुंची। स्वागत-सत्कार के बाद रात 12 बजे धूमधाम से जयमाला का कार्यक्रम हुआ। इसके बाद चढ़ावे की रस्म में करीब 17 लाख रुपये के जेवरात और अन्य उपहार चढ़ाए गए। सुबह फेरों यानी भांवरों की बारी आई, तो दुल्हन की तबीयत खराब होने की बात कहकर शादी को रोक दिया गया।
चार घंटे इंतजार, फिर दुल्हन का इनकार
इंतजार में चार घंटे गुजर गए। सुबह चार बजे फेरे के लिए दुल्हन को बुलाने की बात हुई, तो लड़की पक्ष ने तबीयत खराब होने की बात दोहराई। आखिरकार, संदेह होने पर वर पक्ष के लोग कन्या के कमरे में पहुंचे, तो वहां दुल्हन स्वस्थ मिली। वर पक्ष ने देरी का कारण पूछा तो दुल्हन ने बताया कि वह अपने जीजा से कोर्ट मैरिज कर चुकी है। दुल्हन की बात सुनकर वर-पक्ष में सन्नाटा पसर गया। दुल्हन ने यह भी स्पष्ट कहाकि पिता ने तिलक में नौ लाख रुपए चढ़ाए थे, वो वापस निकालने के लिए दरवाजे पर बरात बुलाने का नाटक रचा है, जबकि वह दो काफी समय पहले ही कोर्ट मैरिज की बात को परिवार में बता चुकी है। दुल्हन पक्ष ने करीब 17 लाख रुपए के जेवरात लौटाने से इंकार किया तो बरात भी बिन दुल्हन लौट गई।
रात में शादी समारोह में विवाद होने की सूचना पर पहुंचे थे। वहां वर वधू पक्ष के बीच विवाद हुआ था, जिसे निपटाने के लिए रिश्तेदारों के माध्यम से बात चल रही थी। फिलहाल किसी पक्ष ने कोई तहरीर नहीं दी है।
दिनेश कुमार गौतम, थानाध्यक्ष, राजपुर