बच्ची कई दिन नहीं पहुंची स्कूल, वजह सुनकर खिसक गई टीचर के पैरों तले जमीन

कभी कभी लगता हैं कि इस दुनियां का कुछ भी नहीं हो सकता हैं. इसमें कोई शक नहीं हैं कि दिन प्रति दिन इंसान स्वार्थी होता जा रहा हैं. ये हमेशा अपने बारे में ही सोचता हैं. वैसे अपने बारे में सोचने में तब तक कोई बुराई भी नहीं हैं जब तक आप किसी को नुकसान नहीं पहुंचा रहे हो. लेकिन अब बात हाथ से निकलती जा रही हैं. इंसान दिन प्रतिदिन हैवान बनता जा रहा हैं. खासकर कि हवस के भूखे कुछ दरिन्दे जब शिकार पर निकलते हैं तो आगे पीछे कुछ नहीं देखते हैं और बस हमला बोल देते हैं. फिर वो चाहे 90 साल की बूढी महिला हो या 9 साल की कोई मासूम. इन दरिंदो को बस अपनी हवस मिटाने से मतलब होता हैं.

अब तक आप समझ ही गए होंगे कि हम यहाँ देश में बढ़ रही बलात्कार की घटनाओं के बारे में बात कर रहे हैं. इसी कड़ी में हरियाणा के चरखी दादरी जिले से एक बहुत ही दिल दहला देने वाला मामला सामने आ रहा हैं. दरअसल जिले के एक सरकारी स्कूल में नानकचंद नाम का एक व्यक्ति अध्यापक हैं. उसकी क्लास में पिछले कुछ दिनों से 6 वर्षीय गाँव की एक बच्ची नहीं आ रही थी. एक दिन जब बच्ची आई तो अध्यापक ने स्कूल ना आने का कारण पूछा. इस पर बच्ची रोने लगी और स्कूल ना आने की ऐसी वजह बताई कि अध्यापक के पैरो तले जमीन खिसक गई. उनका खून खोलने लगा और वे गुस्से से आग बगुला हो गए.

दरअसल लड़की ने बताया कि जब वो घर में होती है तो उसके पड़ोस में रहने वाला ढिल्लू नमक युवक घर में जबरन घुस मेरे साथ गंदा काम करता हैं. लड़की ने यह भी बताया कि मुझे पेशाब करने की जगह पर खून निकल रहा हैं. बहुत दर्द भी हो रहा हैं. अपने स्टूडेंट की आपबीती सुन अध्यापक का दिल भर आया. उसे गुस्सा भी आने लगा कि कोई हैवान आखिर 6 साल की मासूम के साथ इतनी गंदी हरकत कैसे कर सकता हैं.

बच्ची की बात सुनने के बाद अध्यापक उसे तुरंत पुलिस स्टेशन ले गया और आरोपी के खिलाफ FIR दर्ज करवा दी. उधर डीएसपी हैडक्वार्टर प्रदीप कुमार का कहना हैं कि शिकायत मिलते ही हमने आरोपी के खिलाफ IPC की विभिन्न धाराएं और पास्को एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया हैं. साथ ही पीड़ित लड़की का मेडिकल टेस्ट भी कराया गया जिसमे रेप की पुष्टि हुई हैं. फिलहाल आरोपी ढिल्लू फरार हैं. पुलिस का कहना हैं कि वो उसे ढूंढने की पूरी कोशिश कर रही हैं और जल्द ही आरोपी सलाखों के पीछे होगा.

इस बीच एक सवाल अभी भी जस का तस बना हुआ हैं कि आखिर वो समय कब आएगा जब हमारे देश की माताएं, बहने और बेटियां बिना किसी डर के स्वस्तंत्र होकर घुम सकेगी. आखिर कब कुछ मर्द अपनी गंदी सोच बदलेंगे और रेप का ये वाहियात खेल बंद करेंगे.

खबरें और भी हैं...

अपना शहर चुनें