खरगोन । मध्य प्रदेश के खरगोन जिले में गुरुवार देर शाम बड़ा हादसा हो गया। यहां सनावद थाना क्षेत्र में एक बेकाबू कार इंदिरा सागर डैम की नहर में गिर गई। पानी का बहाव इतना तेज़ था कि कार आधे किलोमीटर दूर तक बह गई। रात करीब आठ बजे के नहर में बहते हुए कार की पार्किंग लाइट जलती देख लोगों की नज़र उस पर पड़ी, तो पुलिस को घटना की सूचना दी। सूचना मिलने पर पर सनावद थाना पुलिस मौके पर पहुंची और रेस्क्यू शुरू किया, लेकिन अंधेरा होने के कारण परेशानी हुई। पुलिस ने कार को निकाल लिया है और चालक का शव भी बरामद हुआ, लेकिन कार में सवार लोग लापता हैं। फिलहाल उनकी तलाश की जा रही है।
पुलिस के अनुसार, सनावद थाना क्षेत्र के नलवा स्थित इंदिरा सागर परियोजान की नहर में गुरुवार शाम करीब छह बजे एक तेज रफ्तार कार अनियंत्रित कार जा गिरी। बताया जा रहा है कि कार में करीब चार से पांच लोग सवार थे। राहगीरों की सूचना पर सनावद थाना प्रभारी इंद्रेश त्रिपाठी अपनी टीम के साथ मौके पर पहुंचे और पुलिस अधीक्षक धर्मराज मीणा को भी घटना की जानकारी दी। खरगोन से आपदा राहत दल और नर्मदा तट के नवगढ़ से गोताखोर भी मौके पर पहुंच गए। गांव के लोगों और राहत टीम ने मिलकर करीब एक घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद कार को नहर से बाहर निकाला। कार को बाहर निकाला गया तो उसमें चालक का शव बरामद हुआ। चालक की शिनाख्त सराफा व्यापारी संजय पुत्र जयंतीलाल सोनी (50) निवासी मेनरोड झिरन्या के रूप में हुई है।
स्पीड में चल रही थी कार
आसपास के लोगों के मुताबिक कार तेज गति से चल रही थी। अचानक से पुल के पास से कार नहर में जा गिरी है। उनका कहना है कि सनावद सहित जिलेभर में नहर पर बने पुल पुलियों पर कोई संकेतक नहीं हैं। साथ ही कई जगह मोड़ हैं। इसके चलते वाहन चालक को संभलने का मौका भी नहीं मिल पाता है और वाहन नहर में गिर जाता है। इसके पहले भी कई हादसे हो चुके हैं।
लोगों के मुताबिक सनावद, गोगावां, कसरावद क्षेत्र में हर साल दो से तीन हादसे होते हैं। इसमें लोगों की मौत हो जाती है। कुछ साल पहले गोगावां के पास स्थित नहर में दो हादसे हो चुके हैं। इसमें परिवार के सात लोगों की मौत हो चुकी है।