
लखनऊ: राजधानी के रिहैब सेंटर में रात का खाना खाते ही 33 बच्चों की हालत खराब हो गई. आननफानन में इन्हें अस्पताल पहुंचाया गया. अब तक इस मामले में 4 बच्चों की मौत हो चुकी है. डीएम ने इसकी पुष्टि कर दी है. जबकि 15 से ज्यादा बच्चों का इलाज कराया जा रहा है. कई बच्चों के पेट से 6 इंच लंबे कीड़े भी निकले हैं. ज्यादातर बच्चों को लोकबंधु हॉस्पिटल में एडमिट कराया गया है. दो बच्चे बलरामपुर अस्पताल में भर्ती हैं. घटना पारा थाना क्षेत्र के मोहान रोड पर बने निर्वाण रिहैबिलिटेशन सेंटर की है.
हादसे के बाद प्रशासनिक मशीनरी में हड़कंप मचा हुआ है. घटना के बाद देर रात अधिकारियों का आना-जाना जारी रहा. वहीं, सुबह मंडलायुक्त रोशन जैकब, प्रमुख सचिव लीना जौहरी, डीएम लखनऊ भी बच्चों का हालचाल लेने अस्पताल पहुंचे. लोक बंधु हॉस्पिटल में मुख्य चिकित्सा अधिकारी नरेंद्र बहादुर सिंह मौजूद रहे. अधिकारियों ने डॉक्टर्स से बच्चों की सेहत का फीडबैक लिया और बेहतर से बेहतर इलाज करने की हिदायत दी. अधिकारियों ने बीमार बच्चों से भी बात की.
बच्चों की हालत अब स्थिर: मंडलायुक्त
लखनऊ की कमिश्नर डॉ. रोशन जैकब ने कहा कि बच्चों का इलाज किया जा रहा है. उनकी हालत अब स्थिर बनी हुई है. घटना की जांच के लिए नगर निगम, फूड विभाग की टीम को लगाया गया है. इस बात की भी जांच की जाएगी कि घटना की जानकारी केंद्र ने सही समय पर अस्पताल को दी थी या नहीं? मंडलायुक्त ने कहा कि समय-समय पर हम लोग राजकीय बाल गृह सेंटर पर का निरीक्षण करते हैं. मोहन रोड स्थित निर्वाण रिहैबिलिटेशन सेंटर पर भी जांच की गई थी. इसमें सभी प्रकार की उचित व्यवस्था देखी गई थी. कुछ व्यवस्था के लिए बजट की कमी थी, जिसको हमने अप्रूव किया था. फिलहाल, बच्चों के बेहतर इलाज के लिए डॉक्टर को निर्देशित किया गया है.
इन बच्चों को हुई मौत:
लोक बंधु हॉस्पिटल में भर्ती रेनू व दीपा समेत 2 अन्य बच्चों की मौत हो चुकी है. वहीं, बलरामपुर हॉस्पिटल में भर्ती कराए गए सूरज की भी मौत हो चुकी है. 10 से अधिक बच्चों की हालत में सुधार होने के बाद उन्हें डिस्चार्ज कर दिया गया है. 15 बच्चों का इलाज लोग बंधु हॉस्पिटल में जारी है. लखनऊ सीएमओ नरेंद्र बहादुर सिंह ने बताया कि बच्चों के बीमार होने की सूचना मिलते ही, सभी बच्चों को बेहतर इलाज देने के निर्देश दिए गए. लोग बंधु हॉस्पिटल में वर्तमान समय में लगभग 15 से अधिक बच्चों का इलाज चल रहा है.