बाहर जॉब का ऑफर, अंदर चल रहा था जिस्मफरोशी का धंधा… जब कंप्यूटर सेंटर में घुसी पुलिस तो इस हाल में मिलीं 9 लड़कियां

 मेरठ से बड़ा खुलासा: कंप्यूटर सेंटर के नाम पर चल रहा देह व्यापार

मेरठ के नौचंदी थाना क्षेत्र से शनिवार को पुलिस ने एक चौंकाने वाला मामला उजागर किया। आमतौर पर स्पा सेंटरों से देह व्यापार की खबरें सामने आती रही हैं, लेकिन इस बार पुलिस ने जिस जगह छापा मारा, वहां बाहर से तो कंप्यूटर ट्रेनिंग और जॉब वर्क सिखाने का बोर्ड लगा था, मगर अंदर की हकीकत कुछ और ही थी।

पुलिस ने इस कथित कंप्यूटर सेंटर से 9 युवतियों, 3 ग्राहकों और सेंटर संचालक राजबीर सिंह को गिरफ्तार किया है। स्थानीय लोगों का कहना है कि यहां से ऑनलाइन डिमांड पर भी लड़कियों की सप्लाई की जाती थी।

कंप्यूटर की आड़ में चल रहा था धंधा

नई सड़क पर स्थित इस सेंटर के बाहर लैपटॉप और कंप्यूटर की तस्वीरें लगी हुई थीं। बोर्ड पर दावा किया गया था कि यहां जॉब वर्क और कंप्यूटर कोर्स कराया जाता है। लेकिन जब पुलिस टीम अंदर पहुंची तो वहां देह व्यापार चलता मिला। तत्काल कार्रवाई करते हुए पुलिस ने सभी को हिरासत में लिया और थाने ले आई।

दो दिन पहले भी हुई थी बड़ी कार्रवाई

गुरुवार की रात कबाड़ी बाजार में पुलिस ने पुराने कोठों पर छापा मारकर देह व्यापार का पर्दाफाश किया था। हाई कोर्ट के आदेश पर ये कोठे 2019 में बंद कराए गए थे, लेकिन बाद में “मुजरा” की अनुमति मिलने के बाद इन्हें फिर से शुरू कर दिया गया था। धीरे-धीरे कोठा संचालकों ने मुजरे की आड़ में फिर से जिस्मफरोशी का धंधा चालू कर दिया। दिल्ली की एक एनजीओ की शिकायत पर वहां कार्रवाई की गई थी। इसी सिलसिले में पुलिस अब स्पा, ब्यूटी पार्लर और अन्य संदिग्ध जगहों पर लगातार नजर रखे हुए है।

सोशल मीडिया से होती थी बुकिंग

नई सड़क वाले मामले से पहले पुलिस ने पीवीएस मॉल के पास एक स्पा सेंटर पर भी छापा मारा था। बाहर बुद्ध की तस्वीर और अंदर लड़कियों की फोटो मिलीं। जांच में सामने आया कि सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर ग्राहकों को लड़कियों की तस्वीरें भेजी जाती थीं और फिर उसी आधार पर बुकिंग होती थी।

ब्लैकमेल का भी खेल

पुलिस सूत्रों के अनुसार, यह गैंग न केवल ऑन-डिमांड लड़कियां उपलब्ध कराता था बल्कि ग्राहकों को ब्लैकमेल भी करता था। आरोप है कि ये लोग गुप्त कैमरों से वीडियो रिकॉर्ड कर बाद में ग्राहकों को धमकाकर बड़ी रकम वसूलते थे। कई पीड़ित डर के कारण पुलिस तक नहीं पहुंचते और अपनी इज्जत बचाने के लिए गैंग की शर्तें मान लेते हैं।

पुलिस की कार्रवाई और जांच

सीओ सिविल लाइन अभिषेक तिवारी ने बताया कि छापे के दौरान 9 युवतियां, 3 ग्राहक और सेंटर मालिक राजबीर सिंह पकड़े गए हैं। सभी से पूछताछ की जा रही है। पुलिस अब इस पूरे नेटवर्क की गहराई से छानबीन कर रही है ताकि पूरे गैंग को बेनकाब किया जा सके। 

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