बाहुबली विधायक पर शिकंजा:विजय मिश्रा व MLC पत्नी रामलली मिश्रा की मुश्किलें बढ़ीं, जानिए पूरा मामला

उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में कैबिनेट मंत्री नन्द गोपाल गुप्ता नंदी पर हुए रिमोट बम से हमले के मुख्य आरोपी और बाहुबली विधायक विजय मिश्रा और विधान परिषद सदस्य उनकी पत्नी रामलली मिश्रा पर प्रयागराज के गंगापार अंतर्गत हंडिया कोतवाली में विजिलेंस ने आय से अधिक संपत्ति का मामला पंजीकृत कराया है।

भदोही जनपद के ज्ञानपुर विधानसभा सीट से विधायक विजय मिश्रा और उनकी पत्नी रामलली मिश्रा के खिलाफ विजिलेंस ने आय से अधिक संपत्ति की शुरुआती जांच में विजय मिश्रा और उनकी पत्नी की संपत्ति आय से 924 प्रतिशत अधिक पाई गई है।

विजिलेंस टीम ने बाहुबली विधायक विजय मिश्रा और एमएलसी रामलली मिश्रा के खिलाफ लोक सेवक के पद पर रहते हुए अवैध रूप से नामी, बेनामी चल व अचल संपत्ति अर्जित करने की खुली जांच की। जिसमें विधायक रहते हुए विजय मिश्रा और पत्नी उनकी रामलली मिश्रा ने 2002 से 2017 के बीच बेहिसाब संपत्ति इकट्ठा की।

निर्धारित अवधि में पति पत्नी की आय 2 करोड़ 32 लाख 33 हजार 593 रुपये थी, जबकि इस अवधि में अर्जित की गई संपत्तियों की कीमत 23 करोड़ 81 लाख 98 हजार 248 रुपये पाई गई। यह संपत्ति आय के मुकाबले 924 प्रतिशत अधिक है।

इंस्पेक्टर ने दर्ज कराई FIR
विद्यायक और उनकी एमएलसी पत्नी आय से अधिक संपत्ति के सम्बन्ध में विजिलेंस टीम को बयान देने से बचते रहे है। दंपती को बार-बार बुलाया गया लेकिन वह नहीं आए। इस पर दोनों के खिलाफ हंडिया कोतवाली में भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम 1988 की धारा 13-2 और 13-1-बी के तहत विजिलेंस के निरीक्षक ओम प्रकाश सिंह ने एफआईआर दर्ज कराई।

MLC पत्नी रामलली है जमानत पर

बाहुबली विधायक विजय मिश्रा इस समय आगरा जेल में बंद हैं। प्रशासन ने दिसम्बर 2020 में भदोही जनपद के गोपीगंज थाना क्षेत्र में विधायक की कब्जे वाली दो बीघा जमीन खाली कराकर ग्राम समाज के सुपुर्द कर दिया था। विजय मिश्रा पर वर्ष 2012 में कैबिनेट मंत्री नन्द गोपाल गुप्ता नन्दी पर हमले समेत हत्या, हत्या के प्रयास, रंगदारी, जबरन कब्जा करने के कुल 76 मुकदमे दर्ज हैं। हालांकि काफी केस खत्म हो चुके हैं और लगभग 22 मामले न्यायालय में हैं। पत्नी रामलली मिश्रा फिलहाल अंतरिम जमानत पर हैं।

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